सुख का लालच ही नए दुख को जन्म देता है
बड़ा मुश्किल है उस इंसान को समझना, जो जानता सब कुछ है पर बोलता कुछ भी नहीं।
इत्र, मित्र, चित्र और चरित्र किसी की पहचान के मोहताज नहीं। ये चारों अपना परिचय स्वयं देते है।
सत्य का पहला स्वागत विरोध से होता है।
प्रेम तो एक तरफा ही होता है। दो तरफा तो सिर्फ व्यापार होता है।
कांटों को समझने के लिए बुद्धि काफी है। फूलों को समझने के लिए तो हृदय चाहिए।
जितनी जल्दबाजी करते हो, उतने ही अशांत हो जाते हो।
सबसे ज्यादा गरीब वह है, जिसकी खुशियाँ दूसरों की अनुमति पर निर्भर करती है।
जितने तुम चतुर होते जाते हो। उतना ही तुम्हारा हृदय मरता जाता है।
हमेशा याद रखना जीभ कभी नहीं फिसलती है। दिमाग में जो चल रहा है वह हमेशा जीभ पर आता है।