वो दिन आया, जब लहरा दी आजादी की झंडी, भारत के सिन्धु से गंगा तक, बढ़ चली थी आवाज़ी।
अंग्रेज़ों के दमन से जग उठा था देश, स्वतंत्रता की बेला में लहराया था हर एक चेहरा।
गांधीजी ने दिया था शपथ, भारत छोड़ो आंदोलन का नारा, आजादी के इस सफल अभियान की याद में, जीते हैं हम ये त्योहारा।
फिर भीड़ उमड़ी थी, साहस से भरी थी राष्ट्र की आंखें, स्वतंत्रता के सपने देख रहे थे हर वीर जवान और जन्में।
दिन बदल गया, आज हमें वो आजादी मिल गई, वीर भारतीयों के बलिदान की कहानी, अब तक दिल में है बसी।
भारत छोड़ो आन्दोलन के ये दिन, हमें याद दिलाते हैं, स्वतंत्रता की महापुरुषों को श्रद्धांजलि, जिन्होंने देश को बचाया था।
वीर भारतीयों का बलिदान नहीं भूलना चाहिए कभी, यह शानदार भारत का इतिहास है, जो हमें दिखलाता हर पल यही
आजादी के पर्व पर करें वचन, देश को समर्पित होने का, भारत माता के सपूत हैं हम, स्वतंत्रता का यही है सच्चा अर्थ।
आओ, दिखाएं एकता का जश्न, आपसी भाईचारे का संदेश फैलाएं, भारत छोड़ो आन्दोलन के ये दिन, सबको स्वतंत्र बना दिलाएं।
समर्थ भारतीय नेतृत्व ने दिखाया था रास्ता, आज हम इस नेतृत्व के बलिदान को करें सत्कार।