इन शायरी को पढ़कर रो देंगे आप 

वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई, न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई, अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ, कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई

मंजिल भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था, एक मैं ही अकेला था, बाकि सारा काफिला भी उसका था, एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी, और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।

कितना दर्द है इस दिल में लेकिन हमे एहसास नही है, कोई था बहुत खास पर वो पास नही है, हमे उनके इश्क ने बर्बाद कर दिया, और वो कहते है की ये कोई प्यार नही है।

हर बात में आँसू बहाया नही करते, हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते, ये नमक का शहर है, इसलिए ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नही करते।

उल्फत में कभी  यह हाल होता है, आंखे हस्ती है मगर दिल रोता है, मानते है हम जिससे मंजिल अपनी, हमसफ़र उसका कोई और होता है..

कुछ रिश्ते आजकल उस रास्ते पर जा रहे हैं, न साथ छोड़ रहे हैं, और न ही साथ निभा पा रहे हैं…

जख्म ही देना था, तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था, मगर कम्बख्त तूने तो, हर वार दिल पर ही किया..

ऐसे तो हर कोई प्यार प्यार कहता रहता हैं, मगर एक सच्चे प्यार की कीमत वही जानता हैं, जिसने प्यार तो किया हैं, मगर उसे उसका प्यार मिला ही नहीं..

लोग कहते हैं दुख बुरा होता हैं, जब कभी भी आता हैं रुलाकर चला जाता हैं, हम कहते हैं दुख अच्छा होता हैं, जब कभी भी आता हैं, अपनो का पता चल जाता हैं..

एक बार देख कर आजाद कर दे मुझे,  मैं आज भी तेरी पहली नज़र में कैद हूँ!