देश भक्ति के जश्न में डूबी शायरी

वतन पर जो फिदा होगा, अमर वो हर नौजवान होगा, रहेगी जब तक दुनिया ये, अफसाना उसका बयाँ होगा।

काले गोरे का भेद नहीं, इस दिल से हमारा नाता है, कुछ और न आता हो हमको, हमें प्यार निभाना आता है।

कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है, हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिन्दुस्तान के सम्मान का है।

जमाने भर में मिलते है आशिक कई, मगर वतन से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता, नोटों में लिपट कर और सोने में लिपटकर मरे है कई, मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता।

दे सलामी इस तिरंगे को, जिससे तेरी शान है, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक दिल में जान है।

ये बात हवाओं को भी बताये रखना, रौशनी होगी चिरागों को भी जलाये रखना, लहू देकर जिसकी हिफाजत की हमने, ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना।

हर तूफान को मोड़ दे जो हिन्दुस्तान से टकराए, चाहे तेरा सीना हो छलनी, तिरंगा ऊँचा ही लहराए।

दिल हमारे एक हैं एक हमारी जान है, हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान हैं, जान लुटा देंगे वतन पर हो जायेंगे कुर्बान, इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।

मोहब्बत का दूसरा नाम है मेरा देश, अनेकों में एकता का प्रतीक है मेरा देश, चंद गैरों की सुनना मुझे गँवारा नहीं, हिंदू हो या मुस्लिम सभी का प्यारा है मेरा देश।

वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की, तोड़ता है दीवार नफरत की, मेरी खुशनसीबी है जो मिली जिंदगी इस चमन में, भुला ना सकेंगे इसकी खुशबू सातों जन्म में।