दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई जिस घर मे मेरे नाम की तख्ती भी नहीं सारी उम्र उस घर को सजाने में गुजर गई महिला दिवस की हार्दिक बधाई
पापा की वो लाड़ली, माँ की वो जान दिल नादान, पर करती है सबके लिए अपनी जान कुर्बान है भाइयों की मुस्कान, परिवार की शान ये है एक लड़की की पहचान महिला दिवस की हार्दिक बधाई
लड़कियो के मायके भी होते हैं ससुराल भी होते हैं पर घर नहीं होते
औरत प्यार करने वाले को शायद भूल जाए पर इज्जत करने वालो को कभी नहीं भूलती
क्यों कहती है दुनिया कि नारी कमजोर है अरे आज भी उनके हाथो में घर चलाने की डोर है
लोग कहते है कि नारी का कोई घर नहीं होता पर क्यों नहीं समझते कि नारी के बिना कोई घर ही नहीं होता
औरत जो समझता था खिलौना उस शख्स को दामाद भी वैसा ही मिला
अपमान मत करना नारियो का इनके बल पर तो जग चलता है अरे मर्द जन्म लेकर इन्ही की तो गोद में पलता है Happy Women’s Day
औरत कभी खिलौना नहीं होती परमात्मा के बाद पूजनीय औरत ही होती है जो मौत की गौद में जाकर जिंदगी को जन्म देती है
कुछ माँगा नहीं कुछ चाहा नहीं बदला बस खुद को की रिश्ता टूट ना जाये कही