मैंने प्रेमचंद, फनिश्वरनाथ रेणु, महादेवी वर्मा को पढ़ा है और उनकी लेखनी का मुरीद रहा हूँ। मैं उन महान कथाकारों की तरह लिखने का प्रयास करता हूँ। जिवंत कहानियाँ लिखना मेरा शगल है। मैं अपनी कहानियों की शैली सरल और सहज़ रखता हूँ ताकि यह आम जनजीवन को प्रतिबिम्बित कर पाए।