कविता

वाकपटुता

युग कब आएगा

जब हर कन्या को शिक्षा का अधिकार मिलेगा   तब ज्ञान और प्रगति का युग आएगा   जब ब...

Lakshadweep लक्षद्वीप - मेरी नजर में

रतलाम में इन दिनों बड़ी सर्दी थी। हम स्वेटर शाल से लदे हुए थे, पर मुंबई और क्रूज...

ज़िंदगी

ज़िंदगी किसी ने तुझे सफ़र जाना कोई तलाश में तेरी निकले और खुद मुसाफ़िर हो गए

बसंत उत्सव

इसी दिन कामदेव को मिली थी श्राप से मुक्ति मिली थी। भगवान शिव ने क्रोध में आकर का...

गजल

जमाने का चलन कैसा आया है साहिबो । कोई खा रहा कोई है भुक्खा गजल कह रहा हूं ।।

पर्यावरण

फाड़ के छाती इस धरती में, जहर बहुत सा भर डाला।।

पिता जी की याद

हमें भी मिल जाता पिता जी का प्यार, तरसती हैं आज भी आंखें,

सूखे गुलाब

उसने अपनी डायरी खोली—एक खाली पन्ने पर उसने लिखा: "तुम्हारे बिना, मेरा शरीर सिर्फ...

बसंत

भंवरो के  गुंजन की ध्वनि संग  रुचिर पवन  मंडरायी

वसंत 

शीतल मलय पवन अतिपावन, आम्र कुंज मंजरी मनभावन

रक्त दौड़ना चाहिए

रगों में है रक्त गर तो रक्त दौड़ना चाहिए