गीत जाने कौन गा रहा है?
कल्पना के नक्षत्र से अंबर के प्रतिमान पर द्विदिप्त कोई तारा उत्सव आज मना रहा है गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?

कल्पना के नक्षत्र से अंबर के प्रतिमान पर
द्विदिप्त कोई तारा उत्सव आज मना रहा है
गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?
शोक अम्बर पर हर्षित हरिल भू धरा पर
आलोकित गगन आज नए स्वांग रचा रहा है
गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?
उद्विग्न आवेशित शून्य शिखर पर
हिमालय की श्रेष्ठ शिरा पर, चादर बाहें आज फैला रहा है
गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?
तेज पुंज से ज्वलित अनल आवेग पर
दिनकर के तप्त आलोक में बदन अपने वो आज जला रहा है
गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?
इंदु के भाव रस में नहा स्नेह से भरे भाव विचार पर
व्यंजना की अभिलाषा में अभीप्सा के बोल आज सुना रहा है
गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?
क्षणिक कोपित मन से गिरते अश्रु अधर के आधार पर
वेदना की वेदी से उठ गुंजित मन का शोर
पीड़ा अपनी आज सुना रहा है
गीत जाने कौन गा रहा है, गीत जाने कौन गा रहा है?
युगांधर वर्मा
जिला अंबेडकर नगर
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