कहानी

पोशीदा

गर्मी का उमस भरा दिन हो और आसपास के लोग कम्पनी बाग, राहत पाने के लिए न जाएं ऐसा ...

दिखावे की ज़िंदगी

पूर्वा दादी के साथ घूमने जाने के लिए जिद कर रही है। मेरे लाख कहने के बाद भी मेरे...

परिवार की वो घड़ी

तुम्हारी लेखनी में वो जादू है, जिसमें शब्द जीवंत हो उठते हैं। ये तुम ही हो जो अप...

लक्ष्य की तलाश

ऐसे कई सवालों से हमारा रोज सामना होता है पर क्या इनके जवाब हमें मिले।  क्या हमन...

राष्ट्र-भक्ति

जब मिस्टर दास जापान पहुंचे तो वहाँ की समयबद्धता और लोगों क़े कार्य-कौशल क़ो देखकर ...

अज्ञेय' का प्रयोगवाद

प्रयोगवाद जैसा कि नाम से स्पष्ट है नवीन प्रयोगों पर आधारित एक साहित्यिक आंदोलन ह...

प्रकृति के शिक्षक - एक नई दृष्टिकोण

एक दिन वहां स्कूल में एक अद्वितीय शिक्षक रामानुज का आगमन हुआ। वह बहुत विद्वान शि...

एक दुर्घटना

दो चार परिवारों से बहुत निकट का संबंध हो गया था और उन्हीं में से एक परिवार जैन स...

परवरिश

सही मूल्यों की उपलब्धी कराना चाहिए, जैसे कि सच्चाई ईमानदारी, और सम्मान... प्यार ...

गरीबी

बिट्टू बोला- `विनी उठो! आज सबेरे जल्दी जाएँगे, तो हो सकता है कुछ खाने को मिल जाय...

होली में...हुड़दंगी साथी

सभी साथी मिलकर जोगीरा सा रा रा रा .... गाकर होली का माहौल बनाते और एक दूसरे को र...

वो बचपन के झगड़े

हम अपनी कनिष्ठा उँगली (कानी उँगली) को दिखाकर कट्टी होते थे, और मेल होते समय तर्ज...

बदलाव

‘हां ... हां ...  अपने गांव में ही है, फिल्म मे देखा गांव तो बीस-पच्चीस साल पहले...

संघर्ष से सफलता तक

मीरा का विवाह राहुल से हुआ था। राहुल एक फैक्ट्री में काम करता है जहां वो कठोर पर...

कहानी : श्यामल

मेरे पिता को यह नहीं जानते होंगे, न आज और न पहिले ही कभी । मेरे पिता नौकरी के चक...

जस्ट ए नंबर

 हर रोज की तरह आज भी नीलिमा अपने रोजमर्रा के सारे काम निपटा कर गैलरी में आ कर बै...