चार्ल्स डिकेंस उत्कृष्ट अंग्रेजी साहित्य के रचयिता (7 फ़रवरी 1812 - 9 जून 1870)(विदेशी लेखक श्रंखला)
नौ साल की उम्र में स्कूल भेजे जाने का उनका सौभाग्य अल्पकालिक था क्योंकि उनके पिता, उधार न चुका पाने के कारण जेल भेज दिए गए थे। चार्ल्स को छोड़कर पूरे परिवार को उनके पिता के साथ मार्शलसी भेज दिया गया था। चार्ल्स को वॉरेन की ब्लैकिंग फैक्ट्री में काम करने के लिए भेजा गया। १२ वर्षीय बोज़ (चार्ल्स का बचपन का उपनाम) ने एक कारखाने में जूता पॉलिश की बोतलों पर लेबल चिपकाकर अपने परिवार का भरण-पोषण किया। भयावह परिस्थितियों के साथ-साथ अकेलेपन और निराशा का सामना करते हुए भी उन्होंने मेहनत कर उनके पिता के कर्ज को चुका दिया

चार्ल्स डिकेंस को क्लासिक अंग्रेजी साहित्य में उनके महान योगदान के लिए बहुत पसंद किया जाता है। वह सर्वोत्कृष्ट विक्टोरियन लेखक थे। उनकी महाकाव्य कहानियाँ, जीवंत चरित्र और समकालीन जीवन का संपूर्ण चित्रण अविस्मरणीय है।
उनकी अपनी कहानी गरीबी से अमीरी तक की है। उनका जन्म ७ फरवरी १८१२ को पोर्ट्समाउथ में जॉन और एलिजाबेथ डिकेंस के घर हुआ था। उनका जन्म एक संघर्षशील निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके आठ बच्चे थे और पारिवारिक स्थिति बहुत ख़राब थी अत: जब डिकेंस दस वर्ष के थे, तो डिकेंस के पिता परिवार को चैथम से कैमडेन टाउन, लंदन में एक छोटे से घर में रहने को मजबूर होना पड़ा। १६ बेहम स्ट्रीट पर चार कमरों वाला घर था लेकिन परिवार के सदस्य बहुत।
नौ साल की उम्र में स्कूल भेजे जाने का उनका सौभाग्य अल्पकालिक था क्योंकि उनके पिता, उधार न चुका पाने के कारण जेल भेज दिए गए थे। चार्ल्स को छोड़कर पूरे परिवार को उनके पिता के साथ मार्शलसी भेज दिया गया था। चार्ल्स को वॉरेन की ब्लैकिंग फैक्ट्री में काम करने के लिए भेजा गया। १२ वर्षीय बोज़ (चार्ल्स का बचपन का उपनाम) ने एक कारखाने में जूता पॉलिश की बोतलों पर लेबल चिपकाकर अपने परिवार का भरण-पोषण किया। भयावह परिस्थितियों के साथ-साथ अकेलेपन और निराशा का सामना करते हुए भी उन्होंने मेहनत कर उनके पिता के कर्ज को चुका दिया जिसके परिणामस्वरूप उनके परिवारजनों को रिहा कर दिया गया और इस तरह तीन साल बाद उन्हें फिर से स्कूल में वापस भेज दिया गया। लेकिन इस अनुभव का उनके जीवन में बहुत असर रहा और वो कभी इसे भुला नहीं पाया। उनके दो प्रसिद्ध उपन्यासों `डेविड कॉपरफील्ड' और `ग्रेट एक्सपेक्टेशंस' में काल्पनिक रूप से इसे दर्शाया भी गया। अपने जीवन के दौरान चार्ल्स ने केवल एक व्यक्ति, अपने मित्र और जीवनी लेखक, जॉन फोर्स्टर को सच्चाई बताई।
लेकिन चार्ल्स के परिवार का संघर्ष समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा था और अंततः एक बार फिर उनके माता-पिता अपने बेटे की शिक्षा का खर्च उठाने में असमर्थ हो गए, तो उन्होंने मई १८२७ पहले एक एलिस और ब्लैक मोर लॉ ऑफिस में काम शुरू किया। १८२९ में उन्होंने काम बदल कर कोर्ट में स्टेनोग्राफर का काम करना शुरू किया। इसके लिए उन्होंने खुद शॉर्टहैंड सीखा और फिर मिरर ऑफ़ पार्लियामेंट में प्रेस रिपोर्टर बन गए और जल्द ही शहर में सबसे तेज और सबसे सटीक संसदीय रिपोर्टर के रूप में जिसमें वे हाउस ऑफ़ कॉमन्स और हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स भी कवर करने के लिए जाने जाने लगे।
एक रिपोर्टर के रूप में काम करते हुए, डिकेंस ने पत्रिकाओं के लिए अर्ध-काल्पनिक रेखाचित्र लिखना शुरू किया, अंततः उन्हें स्केचेस ऑफ़ बोज़ के रूप में १८३३ में प्रकाशित किया गया। १८३४ में उनका कैथरीन होवार्थ से मुलाकात हुई और अप्रैल १८३६ में दोनों विवाह के बंधन में बंध गए।
उनका लेखन सतत रूप से चलता रहा और उनका अगला काम पिकविक पेपर्स था, जिसे अपेक्षाकृत नए धारावाहिक प्रारूप में प्रकाशित किया गया था। हर महीने, पुस्तक के बारह-हज़ार शब्दों वाले हिस्से को एक शिलिंग में में बेचा जाता था। इसने एक लंबी किताब को कई और लोगों के लिए सस्ती बना दिया। पिकविक के बाद , उनकी सभी बाद की किताबें, ए क्रिसमस कैरोल तक , पहले धारावाहिक रूप में बेची गईं। डिकेंस ने अक्टूबर १८४३ से नवंबर के अंत तक छह सप्ताह में ए क्रिसमस कैरोल लिखी। यह डिकेंस द्वारा एक साथ लिखी गई पहली कहानी थी । डिकेंस उस समय कर्ज में डूबे हुए थे उन्हें ए क्रिसमस कैरल की रॉयल्टी से जल्दी मुनाफा कमाने की उम्मीद थी । ए क्रिसमस कैरल एक बेस्टसेलर थी और डिकेंस को उम्मीद थी कि उनका पहला रॉयल्टी चेक ह्व१,००० होगा, लेकिन किताब की उच्च उत्पादन लागत के कारण - आंशिक रूप से उनके द्वारा अंतिम समय में किए गए कई बदलावों और इसकी महंगी सामग्री के कारण उन्हें केवल ह्व२५० मिले। चार्ल्स डिकेंस एक मिलनसार, चंचल व्यक्ति थे जिन्हें खेल और पार्टियाँ पसंद थीं।
डिकेंस और उनकी पत्नी कैथरीन, जो मॉर्निंग क्रॉनिकल अख़बार में उनके एक समय के सहकर्मी की बेटी थीं, के साथ मिलकर १० बच्चे हुए, जिनमें से एक की बचपन में ही मृत्यु हो गई। उन्होंने अपने कुछ बच्चों का नाम अपने पसंदीदा लेखकों के नाम पर रखा, जिनमें डी'ऑर्से टेनिसन डिकेंस और हेनरी फील्डिंग डिकेंस शामिल हैं। अजीबोगरीब पालतू नामों के महान आविष्कारक, डिकेंस ने केट को उसके उग्र स्वभाव के कारण 'लूसिफ़ेर बॉक्स' नाम दिया, अपनी एक किताब के एक पात्र के सम्मान में को 'चिकनस्टॉकर' कहा और एडवर्ड को आजीवन 'प्लॉर्न' की उपाधि दी।
ए क्रिसमस कैरोल के बाद , डिकेंस ने क्रिसमस १८४४ के लिए एक और `क्रिसमस बुक, द चाइम्स' लिखी। डिकेंस ने तीन और क्रिसमस किताबें और कई क्रिसमस कहानियाँ लिखीं। उन्होंने दो पत्रिकाओं, ‘हाउसहोल्ड वर्ड्स’ और ‘ऑल द ईयर राउंड’ का संपादन किया, जो वार्षिक `क्रिसमस नंबर' प्रकाशित करती थीं, जिसके लिए उन्होंने कहानियाँ लिखीं और संपादित कीं। क्रिसमस के बारे में लिखना और बाद में, कैरोल से रीडिंग देना डिकेंस के लिए उनके जीवन के बाकी समय के लिए आय के महत्वपूर्ण स्रोत थे।
डिकेंस को भी अपने लेखन की चोरी से बहुत नुक्सान हुआ। ब्रिटिश कॉपीराइट कानून अपेक्षाकृत नया था, और लेखक के अधिकार अभी भी असुरक्षित थे। उनके लेखन को अनाधिकृत रूप में बेचा जाता और कई प्रकाशक थोडा बहुत पात्रों के नामों में बदलाव करके उपन्यासों और कहानियों को बेंच देते। उन्होंने इसके लिए क़ानूनी लडाई भी लड़ी लेकिन फिर खुद ही उस लडाई को अधूरा छोड़ दिया। दरअसल अदालत ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद उन्होंने एक पत्र में कहा, `उन साहित्यिक चोरों को बुरी तरह पीटा गया है। वे चोटिल, खून से लथपथ, पस्त, कुचले हुए और पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं।' लेकिन उनके कामों की चोरी करने वाले प्रकाशकों ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया और मुकदमा इतना जटिल हो गया कि डिकेंस को खुद को इससे अलग करने के लिए ७०० पाउंड का भुगतान करना पड़ा। अपने अनुभव के बारे में कड़वाहट से लिखा, `कानून के बहुत बड़े अन्याय का सहारा लेने की तुलना में एक बड़ा अन्याय सहना बेहतर है।
अपने समय के सबसे प्रसिद्ध अंग्रेजी उपन्यासकार बनने से पहले, डिकेंस ने स्टेज करियर के बारे में सोचा था। एक स्वाभाविक कलाकार के रूप में, वह अपने पात्रों को अपनी कलम से कैद करने से पहले दर्पण के सामने उनकी नकल करते थे। उन्होंने कभी-कभी शौकिया प्रस्तुतियों में भूमिकाएँ भी स्वीकार कीं और कुछ नाटक लिखे। बाद के जीवन में, डिकेंस ने सार्वजनिक पठन सर्किट शुरू किया, अटलांटिक के दोनों ओर खचाखच भरे थिएटरों में अपनी पुस्तकों के लोकप्रिय अंशों का अभिनय किया। ९ जून, १८७० को अपनी मृत्यु से एक साल पहले तक उन्होंने एक कठिन दौरे का कार्यक्रम जारी रखा। उपन्यासों की एक बड़ी सूची के अलावा उन्होंने आत्मकथाएँ भी प्रकाशित कीं, `हाउसहोल्ड वर्ड्स' और `ऑल ईयर राउंड' सहित साप्ताहिक पत्रिकाओं का संपादन किया, यात्रा पुस्तकें लिखीं और धर्मार्थ संगठनों का संचालन किया। वह एक थिएटर उत्साही भी थे, उन्होंने नाटक लिखे और १८५१ में रानी विक्टोरिया के सामने प्रदर्शन किया। उनकी ऊर्जा अटूट थी और उन्होंने विदेश में बहुत समय बिताया- उदाहरण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में गुलामी के खिलाफ व्याख्यान देना और साथियों ऑगस्टस एग और विल्की कोलिन्स के साथ इटली का दौरा करना, एक समकालीन लेखक जिन्होंने डिकेंस के अंतिम अधूरे उपन्यास `द मिस्ट्री ऑफ़ एडविन ड्रूड' को प्रेरित किया।
वैसे १८५१ का साल डिकेन्स के लिए अच्छा नही था क्योंकि इस साल ही जॉन डिकेन्स जो चार्ल्स डिकेन्स के पिता थे उनका निधन हो गया और उनकी पत्नी को भी मानसिक दौरा पड़ा और चार्ल्स और कैथरीन की सबसे छोटी बेटी जो आठ महीने की थी उसकी भी मृत्यु इसी साल हो गयी।
१८५८ में अपने दस बच्चों के जन्म के बाद वे अपनी पत्नी से अलग हो गए, लेकिन अपनी प्रेमिका, अभिनेत्री एलेन टर्नन के साथ संबंध बनाए रखा जो मृत्यु पर्यन्त उनके साथ रहीं।
अप्रैल १८५९ में डिकेन्स ने एक पत्रिका निकालनी शुरू की जिसका नाम था ‘आल दि इयर राउंड’ जिसके वे संस्थापक और एडिटर थे। इस पत्रिका में उनके उपन्यासों को धारावाहिक रूप में पेश करना शुरू किया और इस कड़ी में पहला उपन्यास रहा, ‘अ टेल ऑफ़ दि टू सिटीज’। १८६० में शुरू हुआ उपन्यास, ‘ग्रेट एक्स्पेक्टेसन’। १८६५ में डिकेन्स एक ट्रेन एक्सीडेंट में मरते-मरते बचे। उनके रीडिंग के टूर चालू रहते थे जिसमें वह अपने उपन्यासों और कहानिओं के मुख्य अंश पढकर सुनाते थे और वह काफी प्रसिद्ध भी थे। १८६९ में डॉक्टरों ने उन्हें ऐसे टूर करने से मना कर दिया और मार्च १८७० में उन्होंने आखिरी टूर किया। ९ जून १८७० में स्ट्रोक से उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें वेस्टमिंस्टर एब्बे में दफनाया गया है।
उन्होंने अपने जीवन काल में १५ उपन्यास लिखे और ढेरों लघु कथाएं, कथाएं, नाटक, निबंध और आलेख लिखे। क्रिसमस कैरोल उनका सबसे प्रसिद्ध और सबसे लम्बा उपन्यास है। उनके उपन्यासों के नाम इस प्रकार हैं –
पिकविक पेपर्स १८३६, ओलिवर ट्विस्ट १८३७, निकोलस निक्ल्बोय १८३८, द ओल्ड क्यूरोसिटी शॉप १८४०, बार्नेबी रज १८४१, मार्टिन चजेल्वित १८४३, दोम्बेय एंड सन १८४६, डेविड कॉपर फ़ील्ड १८४९, ब्लीक हाउस १८५३, हार्ड टाइम्स १८५४, लिटिल दोरित १८५५, अ टेल ऑफ़ टू सिटीज १८५९, ग्रेट एक्स्पेक्टेसन १८६०, आवर म्यूच्यूअल प्रâेंड १८६५, अ मिस्ट्री ऑफ़ एडविन ढूढ १८७०।
रचना दीक्षित
ग्रेटर नॉएडा
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