Tag: Hindi Stories

आखिर कब तक

कब तक.. आखिर कब तक...यह पूछ रही भारत माता  रो रही है जार-बेजार, बेशुमार भारत मा...

पास बैठो

बैठो न पास जरा-सी देर  कि देख पाऊं तुम्हारी  आंखों में अपनी परछाईं।

मासिक धर्म

उम्र के पड़ाव तेरहवें में,शुरू होता है, एक दौर नया। एक छोटी-सी गुड़िया, बिटिया रान...

प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती

सुबह की कोमल धूप गाँव के सूखे पेड़ों से छनकर आ रही थी। मिट्टी की पगडंडियों पर नंग...

शब्द-सौंदर्य

श्रीरामचरितमानस के रामविवाह प्रसंग में परशुरामजी के उग्र वचनों के उत्तर में लक्ष...

ज़िन्दगी

शामो सहर ख्वाब नये दिखला रही है जिंदगी। बस गुजरती बस गुजरती जा रही है जिंदगी।। ...

दिखावे की ज़िंदगी

पूर्वा दादी के साथ घूमने जाने के लिए जिद कर रही है। मेरे लाख कहने के बाद भी मेरे...

Hindi Stories | अंहकार

नागपुर शहर में एक महान चित्रकार संजीत रहता है। उसका नाम दूर-दूर तक मशहूर है। जब ...

Hindi Poerty | Woman Story | Poetry on Woman | हर मां क...

ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं जो रुलाता है माँ को हर उस शस्क को कहती ...

Hindi Stories | Motivational Sotry in Hindi | मन की आँखे

मन की वाराणसी ट्रांसफ़र होने से मन में खुशी थी कि अब जी भर कर काशी विश्वनाथ के दर...