Tag: प्रकृति

जल और हमारा पर्यावरण

पर्यावरण का सरंक्षण व परिवर्द्धन का संदेश भारतीय जीवन दर्शन के आधार-चिंतन में नि...

वसुंधरा को मान दे

धरा झुलस रही है और ये धूसरित अकाश है। मनुज के कर्मफल हैं ये, या प्रकृति उदास है?

विज्ञान

हर जगह है व्याप्त-चर्चा, आज इस विज्ञान की, मिट रही मानस पटल से, कालिमा अज्ञान...