Tag: शिक्षा के सानिध्य में आध्यात्म की आभा उनके मुखमंडल पर शोभायमान रहती थी।

वसुंधरा पुष्कर

हे परमपिता! निराकार हो, कण कण में समाए रहते हो हर पत्ते- बूटे में तुम ही तुम द...