परवरिश
सही मूल्यों की उपलब्धी कराना चाहिए, जैसे कि सच्चाई ईमानदारी, और सम्मान... प्यार और समर्थन. ताकि वे अपने आप को सुरक्षित और समर्थ महसूस करें. सही उदाहरण प्रदान करना चाहिए, जैसे कि परिवार के सदस्यों और समाज के मह्त्व पूर्ण लोगों द्वारा... शिक्षा का महत्व समझाना चाहिए, ताकि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षा और ज्ञान की आवश्यकता को समझें. ज्ञान और समझ जिससे वे अपने आप को और दूसरों को बेहतर समझ सकें. सही पुस्तकों का अध्ययन जैसे कि धार्मिक ग्रंथों, ऐतिहासिक ग्रंथों, और साहित्यिक ग्रंथों से उनके अंदर बेहतर समझ बढ़ेगी... आत्म-सम्मान का महत्व समझाना चाहिए, ताकि वे अपने आप पर विश्वास करें और अपने आप को भी सम्मान दें. भावनाओं का सम्मान जिससे वे दूसरों के दुःख पीड़ा को समझ सकें और उनका सम्मान करें...

हर रोज महिलाओं को थप्पड़ों, लातों, पिटाई, अपमान, धमकियों, यौन शोषण और अनेक अन्य हिंसात्मक घटनाओं का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि उनके जीवन साथी या उसके परिवार के सदस्य उनकी हत्या कर देते हैं। इन सबके बावजूद हमें इस प्रकार की हिंसा के बारे में अधिक पता नहीं चलता है क्योंकि शोषित व प्रताड़ित महिलाएं इसके बारे में चर्चा करने से घबराती,डरती व झिझकती हैं। अनेक डॉक्टर्स, नर्से व स्वास्थ्य कर्मचारी हिंसा को एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में पहचानने में चूक जाते हैं। यह आपको यह समझने में सहायक होगा कि हिंसा क्यों होती है, इसके लिए आप क्या कर सकती हैं तथा अपने समुदाय में परिवर्तन लाने के लिए किस प्रकार कार्यरत हो सकते हैं।
कोई पुरुष महिला को चोट क्यों पहुंचता है?
महिला को चोट पहुंचाने के लिए के पुरुष अनके बहाने दे सकता है जैसे कि- वह शराब के नशे में था; वह अपना आपा खो बैठा या फिर वह महिला इसी लायक है। परंतु वास्तविकता यह है कि वह हिंसा का रास्ता केवल इसलिए अपनाता है क्योंकि वह केवल इसी के माध्यम से वह सब प्राप्त कर सकता है जिन्हें वह एक मर्द होने के कारण अपना हक समझता है। जब एक पुरुष का अपनी स्वयं की पत्नी की जिन्दगी पर काबू नहीं रहता है तो वह हिंसा का प्रयोग करके दूसरों की जिन्दगी पर नियंत्रण करने का कोशिश करता है। अगर कोई व्यक्ति सामान्य तरीकों का प्रयोग करके अपने जीवन को नियंत्रित करने का प्रयत्न करता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है परंतु यदि वह अपना नियंत्रण वह भी हिंसा का प्रयोग कर के करे तो वह सही नहीं है। इसलिए लड़कों को अच्छी परवरिश की बहुत जरूरत है...
बेहतर भविष्य और व्यक्तित्व को बनाने में मदद करता है. यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो लड़कों की अच्छी परवरिश और उन्हें बेहतर इंसान बनाने में मदद कर सकते हैं...
१. सही मूल्यों की उपलब्धि-
जैसे कि सच्चाई, ईमानदारी, और सम्मान
इन मूल्यों को अपनाने से लड़के एक अच्छे इंसान बनेंगे.
२. शिक्षा और ज्ञान-
शिक्षा और ज्ञान प्रदान करना बहुत ज़रूरी है. उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षा और ज्ञान की जरूरत है.
३. स्वास्थ्य और व्यायाम -
स्वास्थ्य और व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए ताकि मन और तन दोनों सुंदर रहे, उन्हें नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए और स्वस्थ भोजन खाना चाहिए...
४. सामाजिक संवाद-
सामाजिक संवाद का महत्व समझना चाहिए. उन्हें दूसरों के साथ संवाद करना और उनकी भावनाओं को समझना चाहिए.
५. आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान- अपने आप पर विश्वास करना और अपने आप को एवं दूसरों को सम्मान देना चाहिए...
६. परिवार और समाज- परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदारी के महत्व को समझना चाहिए. उन्हें अपने परिवार और समाज के लिए काम करना चाहिए.
७. भावनाओं का सम्मान- भावनाओं का सम्मान करने के लिए उन्हें भावनाओं को समझना और उनका सम्मान करना आना चाहिए.
८. सही निर्देश और मार्गदर्शन-
उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सही निर्देश और मार्गदर्शन की देना जरूरी है.
९. आत्मनिरीक्षण और आत्मसुधार -
आत्मनिरीक्षण और आत्म-सुधार के महत्व को समझना चाहिए और अपने आप को बेहतर करने की कोशिश करनी चाहिए.
१०. सही उदाहरण- एक सही उदाहरण के रूप में ख़ुद को प्रस्तुत करना चाहिए. ताकि दूसरों मे भी परिवर्तन सम्भव हो...
परिवार और समाज का योगदान-
सही मूल्यों की उपलब्धी कराना चाहिए, जैसे कि सच्चाई ईमानदारी, और सम्मान... प्यार और समर्थन. ताकि वे अपने आप को सुरक्षित और समर्थ महसूस करें.
सही उदाहरण प्रदान करना चाहिए, जैसे कि परिवार के सदस्यों और समाज के मह्त्व पूर्ण लोगों द्वारा...
शिक्षा का महत्व समझाना चाहिए, ताकि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षा और ज्ञान की आवश्यकता को समझें. ज्ञान और समझ जिससे वे अपने आप को और दूसरों को बेहतर समझ सकें.
सही पुस्तकों का अध्ययन जैसे कि धार्मिक ग्रंथों, ऐतिहासिक ग्रंथों, और साहित्यिक ग्रंथों से उनके अंदर बेहतर समझ बढ़ेगी...
आत्म-सम्मान का महत्व समझाना चाहिए, ताकि वे अपने आप पर विश्वास करें और अपने आप को भी सम्मान दें.
भावनाओं का सम्मान जिससे वे दूसरों के दुःख पीड़ा को समझ सकें और उनका सम्मान करें...
सही निर्देश और मार्गदर्शन हो ताकि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहे और जीवन पथ पर बिना भटके निरंतर विकास करे.
सामाजिक विकास, ताकि वे दूसरों के साथ सम्वाद करें और उनकी भावनाओं को समझ सकें.
सामाजिक जिम्मेदारी जिससे वे अपने समाज के लिए काम करें, और खुद के जीवन को यू ही व्यर्थ ना जाने दें. सही उदाहरण प्रदान करे जिससे दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिले, परिवार की जिम्मेदारी जैसे कि अपने माता-पिता का सम्मान करना, अपने भाई बहनो का ध्यान रखना, और अपने परिवार के लिए काम करना ये भी उन्हें अच्छा इंसान बनने मे सहयोग करता है.
सही शिक्षा और ज्ञान जिससे वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें और समाज़ में अपना महत्व पूर्ण योगदान दे सकें. सामाजिक सेवा जैसे कि गरीबों की मदद आशा-शक्तियों के लिए काम, पर्यावरण संरक्षण में योगदान सामाजिक न्याय के लिए लड़ने की जिम्मेदारी जैसे कि भेदभाव के खिलाफ लड़ना, महिलाओं के अधिकारों के लिए उनकी आवाज़ बनना और गरीबों के अधिकारों के लिए सही सुझाव देना,..
पर्यावरण संरक्षण के लिए जिम्मेदारी निभानी चाहिए, जैसे कि पेड़ लगाना, जल संरक्षण करना, और प्रदूषण रोकना...
सामाजिक संवाद के साथ उनकी भावनाओं को समझना और उनके साथ सहयोग स्थापित करना...
व्यक्तिगत विकास, आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान से वे महिलाओं के प्रति सम्मान और इज्जत के महत्व को समझेंगे.
भावनाओं के सम्मान से महिलाओं के प्रति आदर भाव प्रकट करना सीखेंगे, और सही उदाहरण प्रस्तुत करेंगे.
सामाजिक विकास सामाजिक सम्वाद महिलाओं के प्रति सम्मान और इज्जत का भाव, सामाजिक जिम्मेदारी सही परवरिश, सही समाज के निर्माण के लिए सही लोगों द्वारा सही उदाहरण, इन तरीकों से लड़कों को हर महिला की इज्ज़त करना सिखाया जा सकता है और वे एक अच्छे इंसान बन सकते हैं. राष्ट्रीय जिम्मेदारी से देश के लिए कुछ काम करना, देश के नियमों का पालन करना और देश के लिए योगदान करना...
ऐसी जिम्मेदारियों को निभाकर, लड़के समाज़ के लिए एक अच्छा उदाहरण देकर खुद भी अच्छे नागरिक बन सकते हैं. हर महिला की इज्ज़त करना सिखाना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्यूंकि यह उन्हें एक अच्छे इंसान बनाने में मदद करता है. परिवार में सम्मान महिलाओं के प्रति और इज्जत का माहौल बनाया जाना चाहिए, सामाजिक सम्वाद द्वारा लड़कों को महिलाओं के प्रति सम्मान और इज्जत के महत्व को समझाया जा सकता है. शिक्षा और ज्ञान से महिलाओं के अधिकार के महत्व को समझाया जा सकता है. पुस्तकों और मीडिया के द्वारा लड़कों को कानून उलंघन की जानकारी से सजग कराया जा सकता है...
इन सुझावों को अपनाकर, लड़कों के द्वारा हिंसक घटनाओं को भी रोकने और उन्हें बेहतर इंसान बनाने में मदद मिल सकती है.
समय समय पर काउंसिलिंग भी बहुत ज़रूरी है, क्यूंकि यह उन्हें अपने जीवन में सही निर्णय लेने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकती है, काउन्सिलिग मे एकांत संवाद के द्वारा अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर दिया जाता है, सामुहिक संवाद के द्वारा अपने समूह के सदस्यों के साथ सम्वाद करना और अपने विचारों को व्यक्त करना सिखाया जाता है, खेल और विभिन्न गतिविधियां जिनके द्वारा आत्म-विश्वास और समर्थन को बढावा देना सिखाया जाता है, शिक्षा और ज्ञान के द्वारा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और अपने जीवन में सही निर्णय लेने में पूर्ण मदद की जाती है...
सपना गुप्ता
दिल्ली
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