योग
खान पान पर नहीं नियंत्रण ठूंस ठूंसकर चरते हैं जब पड जाते हैं बिस्तर पर फिर हो हल्ला करते हैं
जीवन में कितनी कठिनाई
गिनती नहीं करी होगी
उथल पुथल ये दिनचर्या ही
करती है हमको रोगी
उलटे सीधे जाने कितने
हम दिन भर में भोग करें
चलो चलें कुछ करलें ऐसा
ये तन स्वस्थ निरोग करें
खान पान पर नहीं नियंत्रण
ठूंस ठूंसकर चरते हैं
जब पड जाते हैं बिस्तर पर
फिर हो हल्ला करते हैं
किस किस का हम नाम गिनाएं
जाने कितने लोग करें
चलो चलें कुछ करलें ऐसा
ये तन स्वस्थ निरोग करें
सोने उठने में मनमर्जी
नहीं समय की पाबंदी
पड़े रहें बिस्तर में हरपल
आदत अपनाई गंदी
हानि करे ऐसी तकनीकी
हम अतिशय उपयोग करें
चलो चलें कुछ करलें ऐसा
ये तन स्वस्थ निरोग करें
तडके जगने की आदत का
नियम बना लें जीवन में
उगता सूरज चहकें चिडिया
जोश खरोश भरें मन में
तन मन की इस मनमर्जी का
आओ राज नियोग करें
शुभ शुरुआत करें इक दिन की
सबसे पहले योग करें
महेश चंद्र शर्मा *राज*
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