हिन्दी की महिमा बढ़े
हिन्दी की महिमा बढ़े, होवे खूब प्रचार । सात समुन्दर तक जुड़ें, हिन्दी के 'गिरि' तार ।।१।।
हिन्दी की महिमा बढ़े, होवे खूब प्रचार ।
सात समुन्दर तक जुड़ें, हिन्दी के 'गिरि' तार ।।१।।
हिंदी की महिमा बढ़े, हो हिंदी उत्थान ।
मेरे भारत देश की, है हिंदी ही जान ।।२।।
हिंदी की महिमा बढ़े, हिंदी का हो मान ।
हिंदी सेवी का सदा, हो जग में सम्मान ।।३।।
हिंदी की महिमा बढ़े, हो उसका गुण गान ।
फिर से पैदा हो यहाँ, सुर रहीम रसखान ।।४।।
हिंदी की महिमा बढ़े, बस इतना हो ध्यान ।
जन जन की वाणी बने, जन जन की पहचान ।।५।।
हिंदी की महिमा बढ़े, हो हिंदी सरताज ।
करते है यह कामना, हिंदी दिन पर आज ।।६।।
हिंदी की महिमा बढ़े, हिंदी में हो बात ।
हिंदी में लिक्खें पढ़ें, प्रकट करें जज्बात ।।७।।
हिंदी की महिमा बढ़े, यत्र तत्र सर्वत्र ।
हिन्दी में लिक्खें पढ़ें, कागद चिट्ठी पत्र ।।८।।
हिंदी की महिमा बढ़े, हिंदी हिंदुस्तान ।
जन गण मन गाता रहे, पूरा नील वितान ।।९।।
कैलाश गिरि गोस्वामी
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