W.B. Yeats, poet and pioneer of Irish nationalism : आयरिश राष्ट्रवाद के पुरोधा कवि डब्ल्यू बी येट्स

W.B. Yeats was an Irish nationalist poet, playwright, and Nobel laureate. This article explores his literary journey, spiritual vision, cultural influence, and enduring legacy in modern English poetry. विलियम बटलर येट्स एक आयरिश राष्ट्रवादी कवि, नाटककार और नोबेल पुरस्कार विजेता थे। यह लेख उनके साहित्यिक योगदान, आयरिश संस्कृति के प्रति समर्पण, और आधुनिक अंग्रेजी कविता में उनके स्थान को विस्तार से दर्शाता है।

Jul 7, 2025 - 14:39
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W.B. Yeats, poet and pioneer of Irish nationalism : आयरिश राष्ट्रवाद के पुरोधा कवि डब्ल्यू बी येट्स
W.B. Yeats,

W.B. Yeats, poet and pioneer of Irish nationalism : विलियम बटलर येट्स अंग्रेजी साहित्य के अप्रतिम हस्ताक्षर हैं जिन्हें अंग्रेजी-आयरिश साहित्य में रोमांचवाद और आधुनिक काल के मध्य का कवि, नाटककार माना गया है। वे १३ जून १८६५ को सैंडी माउंट डबलिन में जॉन बटलर और सुज़ैन पोलेक्सफेन के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में पैदा हुए। येट्स का परिवार सृजनात्मकता की जड़ों से जुड़ा था। उनके पिता एक वकील और पोर्ट्रेट चित्रकार थे।

 
वे आइरिश साहित्य के पुनर्गठन के पुरोधा और प्रतीकात्मक वादी कवि के रूप में साहित्य जगत में प्रतिष्ठित हुए। उनका पूरा काव्य सांकेतिक संकल्पनाओं और प्रतीकों से भरा हुआ है। वे एक विचित्र तरह से शब्दों के निहित अर्थ को उससे जुड़े अमूर्त विचारों से बांधने में सिद्ध हस्त थे यही उनके विचारों को दृश्यता और प्रासंगिकता प्रदान करते हैं।

यद्यपि वे २०वीं सदी के प्रमुख आधुनिक कवि थे, तथापि उन्होंने आधुनिक कवियों की तरह मुक्त छंद काव्य की बजाय पारंपरिक छंदों के उपयोग से अपनी रचनाएं लिखी।


वे कम वय में ही काव्य लेखन में रुचि लेने लगे थे। उनकी आरंभिक काल की कविताओं पर रोमांवादी कवियों जॉन कीट्स, विलियम वर्ड्सवर्थ, विलियम ब्लैक की छाया स्पष्ट दिखाई पड़ती है। परंतु उत्तरार्ध की कविताओं में स्पेंसर, पी. बी. शैले जैसे यथार्थवादी कवियों का प्रभाव दिखाई देता है। येट्स प्रोटेस्टेंट मतानुयायी थे जो एक ऐसा अल्पसंख्यक वर्ग था जिसका आयरलैंड की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन पर नियंत्रण था।
यह लोग अपने अपने आप को मूल रूप से ब्रिटिश (अंग्रेज) मानते थे लेकिन येट्स अपनी आयरिश राष्ट्रीयता के प्रति पूर्णतया सचेत थे।


समकालीन कवि डब्ल्यू एच ऑडेन ने १९४८ में एक निबंध लिखा जो कि कैनन रिव्यू में ‘येट्स: एक उदाहरण' शीर्षक तले छपा, उसमें लिखा येट्स अपने समय के सबसे सुंदर काव्य के सृजन कर्ता हैं। कोई अन्य कवि आम जनता और राष्ट्रवाद का एक साथ इस तरह प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता जैसे कि येट्स।
यदि वैâरियर की दृष्टि से देखा जाए तो वर्ष १८८५ का साल येट्स के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था जब उनके साहित्यिक दौर की शुरुआत ह, प्रथम बार उनका काव्य संग्रह ‘डबलिन यूनिवर्सिटी रिव्यू' में प्रकाशित हुआ। उनकी गुह्यविद्या में रुचि, रहस्यवाद, ज्योतिष, और आध्यात्मिकता का प्रभाव उनकी रचनाओं में देखा जा सकती है। वे विस्तृत विषयों पर लिखते थे और कैरियर के आरंभ में ही अपना परिचय एक कलाकार के तौर पर देते थे जिसने कई लोगों की अहम भावना को चोट पहुंचाई। १८८५ के वर्ष में ही उनका मिलन जॉन आल डीयरी से हुआ जो कि प्रसिद्ध देशभक्त थे और २० वर्ष के कारावास के बाद आयरलैंड लौटे थे  वह अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए जाने जाते थे। येट्स ने उनके प्रभाव में आकर आयरिश लोक कथाओं और आयरिश लीजेंड्स पर लिखना शुरू कर दिया। उनके लेखन पर राष्ट्रवाद का रंग चढ़ता देखकर १८८६ में उनका परिवार जबरन उन्हें निकाल कर लंदन ले गया। यहां उन्होंने जो भी उपन्यास नाटक, कविताएं, कहानियां लिखी सभी के पात्र और वातावरण आयरिश थे। यहीं पर वह मौड गौने से मिले जो उनकी तरह ही आयरिश राष्ट्रवादी थी और वह उसे शीघ्र ही प्रेम करने लगे। गौने का संग तीन दशक तक रहा। 


वह उनके राष्ट्रवादी नाटक ‘द कांउटेस कैथलीन' का प्रोत्साहन और प्रेरणा बनी। यद्यपि तीन अलग-अलग अवसरों पर उन्होंने अपना प्रेम प्रस्ताव गौने के सामने रखा किंतु उन्होंने उसे स्वीकार नहीं किया। येट्स ने १९१७ में अपने से २७ वर्ष छोटी महिला जॉर्जी हाइड लीज से विवाह किया। ‘द काऊण्टेस कैथलीन' उन्होंने अपनी पत्नी को समर्पित किया और एक दूसरा नाटक ‘कैथलीन ने होली हॉर्न' बाद में लिखा जिसमें उन्होंने आयरलैंड का व्यक्तीकरण  प्रस्तुत किया। येट्स ने आयरिश नेशनल थियेटर समिति की स्थापना भी की। इसी समिति की तरफ से ‘एबे थिएटर' बनाया गया जिसकी शुरुआत येट्स के नाटक ‘ऑन बैले इन ट्रेड' से हुई। इस थियेटर समिति ने नाटकों का मंचन कर राष्ट्रवादी भावना को चरम पर पहुंचाने का काम किया।


औपनिवेशिक शासन से मुक्ति के बाद उन्हें १९२२ में सीनेटर चुना गया। १९२३ में उन्हें प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। द सेकंड कमिंग, सैलिंग टू बाइजेंटियम,एवं द ईस्टर उनकी कालजई हस्ताक्षर कविताएं हैं। उनके  सभी ३० काव्य संग्रह आयरिश राष्ट्रवाद से ओतप्रोत हैं। येट्स के पाठक स्वयं को आज भी उस क्रांतिकारी काल में उपस्थित पाते हैं। आधुनिक वाद के अग्रदूत इस कवि ने २८ जनवरी १९३९ को अंतिम सांस ली। उन्हें हमेशा आयरिश देशभक्ति  की जड़ों को साहित्य से सिंचित करने वाले माली के रूप में याद रखा जाएगा।

अंजू नारंग 
श्रीगंगानगर, राजस्थान

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