नहीं भूल सकते हम इन वीरांगनाओ का बलिदान"

कस्तूरबा गांधी का नाम  हम कैसे भूल सकते हैं  कस्तूरबा गांधी दृढ़ आत्मशक्ति  वाली महिला थी  वो महात्मा गांधी की पत्नी होने  के साथ-साथ उनकी प्रेरणा भी थी  उन्होंने अपने पति  के बिना  स्वतंत्र रूप से बनाई अपनी पहचान कई आंदोलनों में भाग लिया व जेल गई देश की आजादी के  आंदोलन  में उनका रहा हमेशा अतुल्य योगदान।।

Nov 8, 2023 - 15:20
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नहीं भूल सकते हम इन वीरांगनाओ का बलिदान"
We cannot forget the sacrifice of these brave women."

नहीं भूल सकते हम इन 
वीरांगनाओं का बलिदान 
जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम 
में किया अपना सर्वस्व कुर्बान

महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई 
 के नाम  से नहीं कोई अनजान
स्वतंत्रता संग्राम की मशाल बन
अपने अप्रतिम शौर्य, साहस से 
ब्रिटिश शासन को किया परेशान 
कि उसके मरने के बाद भी
उसके शव के पास जाने से 
खौफजदा था ब्रिटिश 
शासन का हर इंसान
आज भी सभी करते हैं 
उसकी वीरता का गुणगान।।


भारत की कोकिला सरोजिनी नायडू 
स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ 
थी  बहुत अच्छी कवियत्री 
खिलाफत आंदोलन की
बागडोर संभाल स्वतंत्रता संग्राम 
में किया महत्वपूर्ण काम
और अपनी अपूर्व राष्ट्रीय भावना से 
बनाई अपनी पहचान।।


1857 के विद्रोह में बेगम हजरत 
महल का न था कोई सानी 
मटिया बुर्ज में जंगे आजादी के दौरान
लॉर्ड कैनिंग के सुरक्षा दस्ते में 
सेंध लगा कर वाजिद अली शाह
को दी  थी आजादी 
गांव-गांव जाकर लोगों के
मन में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ 
मोर्चे का किया जन जन में आह्वान।।

उषा मेहता स्वतंत्रता आंदोलन
की सबसे कम उम्र की थी प्रतिभागी 
महात्मा गांधी के विचारों से थी 
इतनी प्रभावित कि 8 साल की
उम्र में ही कूद पड़ी वो 
साइमन गो बैक आंदोलन में
मार्गदर्शन किया आंदोलनकारियों का
गुप्त रेडियो का  संचालन करके 
देश और स्वतंत्रता की आवाज बन
"सीक्रेट रेडियो" के नाम से 
बनाई अपनी पहचान
स्वतंत्रता संग्राम में दिया 
अपना अपूर्व योगदान।।

एनी बेसेंट ने हिंदू धर्म और 
उसके आदर्शों का प्रचार प्रसार कर 
महिलाओं को उनके अधिकारों से
 व स्वराज के लिए चल रहे
होमरूल आंदोलन से अवगत कराया।।

कानपुर की नर्तकी अजीजन बेगम 
के हृदय में देशभक्ति की भावना 
मार रही थी हिलोरें 
"मस्तानी टोली' के नाम से  उस
क्रांतिकारी वीरांगना ने बनाई 
महिलाओं की इक टोली 
जो मर्दाना भेष में घोड़ो पर सवार
 होकर घायल सिपाहियों की 
सेवा सुश्रुषा और मरहम पट्टी 
कर  स्वतंत्रता संग्राम में 
करती थी अपना योगदान।।


रूढ़िवादी बंगाली परिवार में जन्मी 
अरूणा आसिफ अली थी एक 
प्रबल राष्ट्रवादी और आंदोलनकारी
घर की चारदीवारी व स्त्रीत्व के 
तमाम बंधनों को तोड़कर खुद को
जंगे आजादी में किया समर्पित 
राष्ट्रीय कांग्रेस की मासिक पत्रिका
"इंकबाल' का संपादन किया
 1998 में उन्हें भारत रत्न से 
सम्मानित किया गया ।।

कस्तूरबा गांधी का नाम 
हम कैसे भूल सकते हैं 
कस्तूरबा गांधी दृढ़ आत्मशक्ति 
वाली महिला थी 
वो महात्मा गांधी की पत्नी होने 
के साथ-साथ उनकी प्रेरणा भी थी
 उन्होंने अपने पति  के बिना 
स्वतंत्र रूप से बनाई अपनी पहचान
कई आंदोलनों में भाग लिया व जेल गई
देश की आजादी के  आंदोलन 
में उनका रहा हमेशा अतुल्य योगदान।।

सावित्रीबाई फुले को महिलाओं
को शिक्षित करने व महिला सशक्तिकरण
के प्रति लोगों को जागृत किया 
उनके  ये शब्द आज भी प्रचलित है 
यदि आप एक लड़के को शिक्षित करते हैं 
तो आप एक व्यक्ति को शिक्षित करते हैं 
यदि एक लड़की को शिक्षित करते हैं
तो आप एक समाज को शिक्षित करते हैं।।


भीकाजी कामा को "मैडम कामा"
 के नाम से भी जाना जाता है 
उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के
आंदोलनो में भारतीय नागरिकों के मन में 
महिला समानता की अलख जगाई ।।

इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने 
समय-समय पर अपनी बहादुरी
और साहस का प्रयोग कर
 पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर 
अपने शौर्य और वीरता से 
क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया 
अपनी निडरता से असंभव प्रयास
करते हुए किसी भी युग में ना भूलने 
वाला काम किया और अमर हो गई।।

सीमा चुघ
नोएडा 
उत्तर प्रदेश

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