कवि रहीम
युद्धवीर और दानवीर थे तीव्र बुद्धि बलवान
जन्म हुआ लाहौर में
बैरन सृजनहार
माता बेगम सुल्ताना
अकबर पालनहार,
नौ रत्नों में एक थे
रत्न ये बड़े महान
अकबर के दरबार में
मिला इन्हें सम्मान,
युद्धवीर और दानवीर थे
तीव्र बुद्धि बलवान
मिर्जाखान की मिली उपाधि
अकबर गुण के खान,
भक्तिकाल के कवि हुए
निर्गुण कवि पहचान
अरबी,फ़ारसी,हिंदी,संस्कृत
का था उनको ज्ञान,
मुसलमान होते हुए
कृष्ण-भक्त गुण गान
प्रेम,भक्ति,श्रृंगार-रस
इनकी रचना की शान,
रहिमन दोहा नीति का
सुना सभी मन लाय
सहज सरल भाषा बड़ी
मन हर्षित होइ जाय।
सरोजिनी चौधरी
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