American poet and author Thomas Hardy (2 June 1840 – 11 January 1928) (Foreign Writers Series) : अमेरिकी कवि और लेखक थॉमस हार्डी (2 जून 1840 – 11 जनवरी 1928) (विदेशी लेखक श्रंखला)
Born in poverty and illness, Thomas Hardy rose to become a legendary author and poet. Discover how his struggles shaped timeless literary masterpieces and earned him a place in literary history. एक गरीब युवा वास्तुकार और एक महान घराने की बेटी के साथ प्रेम और विवाह को कहानी का मूल बनाकर हार्डी ने खुद के चरित्र के रूप में वर्णित किया जिसे पाठकों में और उल्लेखनीय रूप से, अलेक्जेंडर मैकमिलन, जॉन मॉर्ले और जॉर्ज मेरेडिथ आदि ने हार्डी की कथात्मक शक्ति को पहचाना लेकिन उन्होंने उच्च वर्गों के विरोधी दृष्टिकोण और दिखावे पर इतने मुखर हमले के कारण इसके प्रकाशित न करने की सलाह दी।

American poet and author Thomas Hardy (2 June 1840 – 11 January 1928) (Foreign Writers Series) : एक बच्चा जिसका जन्म एक किराये की झोपड़ी में हुआ, ऐसी झोपड़ी जिसकी छत भी फूस के छप्पर की थी। उसके माता पिता राज मिस्त्री का काम करते थे। रोज के जो पैसे मजदूरी से मिलते, उससे उनके घर में चूल्हा जलता था। बच्चा भी ऐसा जो पैदा होने से ही बीमार रहता और जिसका वयस्क होने तक जीवित रहने की भी कोई उम्मीद नहीं थी। ज़्यादातर उसे घर पर ही रखा जाता क्योंकि बाहर निकालने पर और समस्या पैदा हो सकती है। बच्चे ने अपने आस-पास के ग्रामीण इलाकों, पड़ोसी ग्रामीण परिवारों के कठिन और कभी-कभी हिंसक ग्रामीण संघर्ष का जीवन ही देखा था और जीवन जीने का उसका इसी प्रकार का अनुभव था। जैसा ग्रामीण परिवेश में होता है जहाँ मनोरंजन और समय गुजारने के लिए अभी भी मुख्य रूप से अपनी संस्कृति के गीतों, कहानियों, अंधविश्वासों, मौसमी अनुष्ठानों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इसी परिवेश में पलते बढ़ते इस बच्चे ने भी दिन-प्रतिदिन की गपशप ग्रामीण परम्पराओं का गहन ज्ञान किया। उसके आस-पास छोटे चचेरे भाई-बहन थे, लेकिन उसे अपनी बहन मैरी, जो उससे सिर्फ़ एक साल छोटी थी, का साथ ज्यादा पसंद था। उसके भाई हेनरी का जन्म १८५१ में हुआ, और उनकी दूसरी बहन कैथरीन (केट) का जन्म १८५६ में हुआ। उनके पिता छोटे मोटे व्यवसाय या कहें जिस व्यवसाय में हाथ डालते उसमें घाटा ही होता था। इसलिए पारिवारिक स्थिति सदैव खराब ही बनी रही। लेकिन उसकी माँ एक सख्त दिमाग वाली थीं और उन्होंने घर के प्रबंधन में दृढ़ता बनाये रखी और परिवार को एक साथ बनाये रखा। अपने सबसे बड़े बच्चे में विवेक, अर्थव्यवस्था और सीमित अपेक्षा की आदतें डालीं, जो आजीवन बनी रही।
यहाँ जिस बच्चे की बात हो रही है उसका नाम है थॉमस हार्डी– एक महान लेखक, उपन्यासकार और कवि। उनका जन्म २ जून १८४० को डोरसेट के हायर बॉकहैम्पटन गांव में हुआ था, वे थॉमस हार्डी (१८११-१८९२) के चार बच्चों में से पहले थे। उनकी माता का नाम जेमिमा (१८१३-१९०४) था। उनका जन्म माता-पिता की शादी (२२ दिसंबर १८३९) के छह महीने से थोड़ा अधिक समय बाद हुआ था और कहा जाता है कि उन्हें जन्म के समय ही मृत मान लिया गया था। अगर वे बच सके तो केवल दाई की सतर्कता की वजह से।
उनकी माँ जेमिमा सुशिक्षित थीं और उन्होंने तब तक थॉमस को पढ़ाया जब तक वह आठ साल की उम्र में बॉकहैम्पटन में अपने पहले स्कूल में पढ़ने नहीं चले गए। कई सालों तक वह श्री लास्ट द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ते रहे। यहां उन्होंने लैटिन भाषा सीखी और शैक्षिक प्रतिभा का परिचय दिया। लेकिन हार्डी के परिवार की सामाजिक स्थिति ऐसी न थी कि उन्हें शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय भेजा जा सके इसलिए १६ वर्ष की आयु में ही उनकी औपचारिक शिक्षा समाप्त हो गई और वह जॉन हिक्स, एक स्थानीय वास्तुकार के यहां प्रशिक्षु बन गए। डोरचेस्टर में वास्तुकार के रूप में प्रशिक्षित होकर हार्डी १८६२ में लंदन चले गए जहाँ उन्होंने किंग्स कॉलेज, लंदन में छात्र के रूप में दाखिला लिया। उन्होंने रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स और आर्किटेक्चुरल एसोसिएशन से पुरस्कार भी जीते। लंदन में हार्डी को कभी अपनेपन का अनुभव नहीं हुआ। वह वर्ग विभाजन और अपनी सामाजिक हीनता के प्रति बहुत सचेत थे। उनकी सामाजिक सुधार में दिलचस्पी थी और वह जॉन स्टुअर्ट मिल के काम से परिचित थे। इस अवधि के दौरान उनके डोरसेट के मित्र होरेस मॉल ने उनका परिचय चार्ल्स फ़ोरियर और ऑगस्टे कॉम्टे के काम से करवाया। पांच साल बाद, अपने स्वास्थ्य के कारण वह डोरसेट लौट आए।
लंदन में बिताए गए वर्षों के दौरान हार्डी की धार्मिक आस्था में काफी कमी आई थी या शायद आंशिक रूप से, १८५९ में डार्विन की ‘ऑन द ओरिजिन ऑफ स्पीशीज’ के प्रकाशन के कारण और जब १८६७ की गर्मियों में खराब स्वास्थ्य के कारण वे हायर बॉकहैम्पटन वापस आए, तब तक उन्होंने विश्वविद्यालय की शिक्षा और देश सेवा की अपनी पुरानी आकांक्षाओं को त्याग दिया था। अब वे लिखना चाहते थे और अगर संभव हो तो लिखकर ही जीवनयापन करना चाहते थे। डोरसेट में, ज़्यादातर समय अपने माता-पिता के साथ रहते हुए, उन्होंने एक वास्तुकार के रूप में काम करना शुरू किया फिर से हिक्स के लिए और फिर, हिक्स की मृत्यु के बाद, उनके उत्तराधिकारी, वेमाउथ वास्तुकार जी आर क्रिकमे के लिए। लेकिन उसी समय उन्होंने ‘द पुअर मैन एंड द लेडी’ नामक एक लंबा प्रथम-व्यक्ति उपन्यास भी लिखा।
एक गरीब युवा वास्तुकार और एक महान घराने की बेटी के साथ प्रेम और विवाह को कहानी का मूल बनाकर हार्डी ने खुद के चरित्र के रूप में वर्णित किया जिसे पाठकों में और उल्लेखनीय रूप से, अलेक्जेंडर मैकमिलन, जॉन मॉर्ले और जॉर्ज मेरेडिथ आदि ने हार्डी की कथात्मक शक्ति को पहचाना लेकिन उन्होंने उच्च वर्गों के विरोधी दृष्टिकोण और दिखावे पर इतने मुखर हमले के कारण इसके प्रकाशित न करने की सलाह दी। मेरेडिथ ने विशेष रूप से हार्डी से आग्रह किया कि उन्हें अपनी पुस्तक में अपने रंगों को इतना स्पष्ट रूप से नहीं रखना चाहिए बल्कि इसके बजाय एक विशुद्ध कलात्मक उद्देश्य वाला उपन्यास और अधिक जटिल कथानक पर लिखने का प्रयास करन चाहिए।
अंततः ‘द प्ाुअर मैन एंड द लेडी’ अप्रकाशित रही लेकिन यह पूरी तरह से अप्रयुक्त नहीं थी। इस मायने में कि हार्डी ने इसके पांडुलिपि के कुछ हिस्सों को अपने बाद के कार्यों में शामिल किया। १८७१ में ‘डेस्परेट रेमेडीज’ नामक एक सनसनीखेज उपन्यास लिखा जिसे टिंसले ब्रदर्स द्वारा तीन खंडों में प्रकाशित किया, लेकिन इसमें उनका नाम सामने नहीं लाया गया और अनाम लेखक की तरह प्रकाशित किया। इस पर कुछ समीक्षाएं बेहद मिश्रित थीं। १८७२ में टिंसले ने बिना सब्सिडी के लेकिन फिर भी गुमनाम रूप से, ‘अंडर द ग्रीनवुड ट्री’ नामक दूसरा, दो खंड का उपन्यास निकाला। हार्डी के करियर का महत्वपूर्ण क्षण जुलाई १८७२ में आया, जब टिंसले ने टिंसले मैगज़ीन के लिए एक धारावाहिक के रूप में ‘ए पेअर ऑफ़ ब्लू आइज़’ के लेखन का काम सौंपा और चूंकि धारावाहिक लेखन विक्टोरियन उपन्यासकारों के लिए आय का एक प्रमुख स्रोत था, इसलिए टिंसले के निमंत्रण ने हार्डी (जो अभी बत्तीस वर्ष के हुए थे) को साहित्य के लिए स्वयं को पूर्णकालिक रूप से समर्पित करने का आत्मविश्वास दिया।
१८७० में, कॉर्नवॉल में सेंट जुलिएट के पारिश चर्च के जीर्णोद्धार के वास्तुशिल्प मिशन पर आए हार्डी की मुलाकात एमा लैविनिया गिफ़र्ड से हुई और उनमें प्यार हो गया, १८७४ में उन्होंने उससे शादी कर ली। हालांकि वह बाद में पत्नी से अलग हो गए पर १९१२ में उसकी मौत से उन्हें गहरा सदमा पहुंचा। उसकी मृत्यु के बाद, अपने प्रणय संबंध से जुड़े स्थानों की दोबारा यात्रा करने वे हार्डी कॉर्नवॉल गए। १९१४ में, हार्डी ने अपने से ३९ साल छोटी, अपनी सचिव फ्लोरेंस एमिली डगडेल से शादी कर ली। फिर भी वह अपनी पहली पत्नी की मौत से उभर नहीं पाए और काव्य-लेखन से अपने दुख को भुलाने की कोशिश करते रहे।
उन्होंने काफ़ी कविताएं लिखीं पर १८९८ तक अधिकतर अप्रकाशित ही रहीं इसलिए हार्डी को १८७१ और १८९५ के बीच लिखे उपन्यासों की श्रृंखला और छोटी कहानियों के लिए ही ज़्यादा याद किया जाता है। उनके उपन्यास वेसेक्स, दक्षिण और दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड का विशाल क्षेत्र जसिका नाम उस क्षेत्र के एंग्लो-सैक्सन राज्य के नाम पर पड़ा, के काल्पनिक जगत की पृष्ठभूमि में रचित हैं। हार्डी दो दुनियाओं का हिस्सा थे। अपने बचपन के ग्रामीण जीवन से भी उनका गहरा भावनात्मक लगाव था पर साथ ही वह हो रहे परिवर्तनों और प्रचलित सामाजिक समस्याओं, कृषि क्षेत्र में नवाचारों से औद्योगिक क्रांति के कारण अंग्रेजी देहात में हुए परिवर्तनों से ज़रा पहले के युग की नब्ज़ पकड़ने से लेकर विक्टोरियन समाज के यौन व्यवहार के अनौचित्य और पाखंड के प्रति वह जागरूक थे।
दिसंबर १९२७ में हार्डी अचानक से बहुत थक गए और तेजी से बिस्तर पर लेट गये; डॉक्टरों को बुलाया गया, चिंताएं व्यक्त की गईं, और उनकी पत्नी की बहन ईवा डगडेल , जो एक प्रशिक्षित नर्स थीं, को बुलावा भेजा गया। लेकिन उसी शाम उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा, उन्होंने चिल्लाकर कहा, `ईवा, यह क्या है? और कुछ ही मिनटों में उनकी मृत्यु हो गई।
हार्डी के परिवार ने हमेशा यह मान लिया था कि उन्हें उनके माता-पिता, दादा-दादी, पहली पत्नी और बहन के साथ स्टिन्सफोर्ड में दफनाया जाएगा और हार्डी ने खुद भी इसी प्रकार के निर्देश छोड़े थे। हार्डी, एक इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय व्यक्ति थे कि उन्हें वेस्टमिंस्टर एब्बे के अलावा कहीं और दफनाया नहीं जा सकता था। लंदन में बैरी ने प्रधान मंत्री स्टेनली बाल्डविन और द टाइम्स के संपादक ज्योप्रâी डावसन का समर्थन से एक एब्बे में दफनाने की अनुमति जल्दी ही प्राप्त हुई। हार्डी की राख को मठ में रखा जाना था, इसलिए दाह संस्कार से पहले उनके दिल को निकाल दिया जा सकता है और उन्हें अलग स्टिन्सफ़ोर्ड में दफनाया जा सकता है। इसलिए, १६ जनवरी १९२८ को, दो घटनाएँ एक साथ हुईं, मठ में राष्ट्रीय अंतिम संस्कार, हार्डी की विधवा और बहन की उपस्थिति में, और स्टिन्सफ़ोर्ड में दिल का अंतिम संस्कार, जिसमें हार्डी के भाई ने भाग लिया।
हाल में लिखी हार्डी की एक जीवनी में, क्लेयर टॉमलिन ने तर्क पेश किया है कि अपनी पहली पत्नी एमा की मृत्यु के बाद ही हार्डी वास्तविक रूप में अंग्रेजी के महान कवि बने। उनकी अधिकांश कविताएं जैसे `न्यूट्रल टोन्स' जीवन और प्रेम में निराशा तथा मानवीय पीड़ा के प्रति निरपेक्षता के विरूद्ध लंबे समय से चले आ रहे मानवता के संघर्ष के विषय में हैं। `द डार्कलिंग थ्रश' और `एन ऑगस्ट मिडनाइट' जैसी कुछ कविताएं काव्य लेखन के बारे में हैं क्योंकि उनमें वर्णित प्रकृति से हार्डी को उन्हें लिखने की प्रेरणा मिलती है। अक्सर साधारण दिखते विषयों में पश्चाताप की हूक सुनाई देती है। उनकी रचनाएं तीन-खंडों वाले महाकाव्य श्रव्य ‘द डाइनैस्ट्स’ से लेकर छोटे और प्रायः आशावादी या खुशी के पलों के गाथागीत जैसे लगभग अज्ञात `द चिल्ड्रन एंड सर नेमलैस', मार्टिन्स के मकबरों, एथलहैम्पटन के निर्माताओं से प्रेरित हास्य कविता की विभिन्न शैली में मिलती हैं। वेसेक्स पोयम्स में विशेष रूप से प्रमुख विषयवस्तु उन्नीसवीं सदी पर नेपोलियन के युद्धों की लंबी छाया है उदाहरणार्थ, `द सार्जेंट सांग' और `लेपज़िग' में। हार्डी ने अपने उपन्यासों और संग्रहित लघु कथाओं को तीन वर्गों में विभाजित किया:-
चरित्र और पर्यावरण संबंधी उपन्यास जैसे ‘द पूअर मैन एंड द लेडी’ (१८६७, अप्रकाशित और गुम), ‘अंडर द ग्रीनवुड ट्री’ (१८७२), ‘फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड’ (१८७४), ‘रिटर्न ऑफ़ द नेटिव’ (१८७८), ‘मेयर ऑफ़ दी केस्टरब्रिज’ (१८८६), ‘द वुडलैंडर्स’ (१८८७), ‘वेसेक्स टेल्स’ (१८८८, लघु कहानियों का संग्रह), ‘टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स’ (१८९१), ‘लाइ़फ्स लिटल आयरनीज़’ (१८९४, लघु कहानियों का संग्रह), ‘जूड द ऑबस्क्योर’ (१८९५)।
रोमांस और कल्पना जैसे ‘ए पेयर ऑफ़ ब्लू आइज़’ (१८७३), ‘द ट्रम्पेट मेजर’ (१८८०), ‘टू ऑन ए टावर’ (१८८२), ‘ए ग्रुप ऑफ़ नोबल डेम्स’ (१८९१, एक लघु कथा संग्रह), ‘द वेल-बिलव्ड’ (१८९७)। नॉवल्स ऑफ़ इनजेनयुटी जैसे ‘डेस्परिट रेमेडीज़ (१८७१), ‘द हैंड ऑफ़ इथलबर्टा’ (१८७६), ‘ए लॉडिशिअन’ (१८८१) आदि।
उन्होंने बहुत सारी लघु कथाएं लिखीं कुछ पद्य नाटक लिखे ढेरों कविताये और कविता संग्रह निकाले। हार्डी के उपन्यासों की निरंतर लोकप्रियता का श्रेय उनकी समृद्ध विविधतापूर्ण लेकिन हमेशा सुलभ शैली और रोमांटिक कथानक के साथ-साथ विश्वासपूर्वक प्रस्तुत किए गए पात्रों के संयोजन को जाता है। हार्डी की कविता को पूर्ण स्वीकृति मिलने में देरी हुई है, लेकिन २०वीं सदी के एक प्रमुख कवि और साथ ही १९वीं सदी के एक प्रमुख उपन्यासकार के रूप में उनकी अनूठी स्थिति अब सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है।
रचना दीक्षित
ग्रेटर नोएडा
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