सबको जीवन देता पानी
जल से खेतों में हरियाली , जो देती जग को खुशहाली ।
जल की माया बड़ी निराली ,
प्राण फूॅकता डाली - डाली ।
बच्चे-जवान औ दादी-नानी ,
देता है जीवन सबको पानी ।
जग के जितने भी पशु-पक्षी ,
सब के सब हैं जल के भक्षी ।
जल से खेतों में हरियाली ,
जो देती जग को खुशहाली ।
फूल - फल पैदा होते जल से ,
पेड़ों को सींचें सब नल से ।
जल वाष्प और फिर बादल ,
बरसाते तब धरती में जल ।
जमकर बर्फ पिघलकर पानी ,
ताप से भाप बनना कहानी ।
रखें शुद्ध हर तरह से जल ,
सुखी होगा फिर सबका कल ।
डॉ.सुरेन्द्र दत्त सेमल्टी
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