स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक अच्छी नींद
रात की नींद को भूधात्री कहा जाता है, जो की एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है, `संपूर्ण सृष्टि की माता'। जिस प्रकार मां अपनी संतान का पालन पोषण करती है, उसी प्रकार सृष्टि नींद की स्थिति में विश्राम देकर सब को पोषित करती है। हमारी दैनिक दिनचर्या में नींद एक प्राकृतिक और आवश्यक भाग है, यह हमको उर्जा प्रदान करती है, जो कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक है। गहरी व सही मात्रा में ली गई नींद हमारे मन व शरीर को संपूर्ण विश्राम देती है

आयुर्वेद के मतानुसार हमारा शरीर ३ उपस्तंभों पर टिका हुआ है आहार, निंद्रा और ब्रह्मचर्य, मनुष्य को सुखपूर्वक और स्वस्थ जीवन जीने के लिए इनकी मूलभूत आवश्यकता होती है। जिनमे से आज हम निंद्रा के ऊपर चर्चा करने जा रहे हैं। रात की नींद को भूधात्री कहा जाता है, जो की एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है, `संपूर्ण सृष्टि की माता'। जिस प्रकार मां अपनी संतान का पालन पोषण करती है, उसी प्रकार सृष्टि नींद की स्थिति में विश्राम देकर सब को पोषित करती है। हमारी दैनिक दिनचर्या में नींद एक प्राकृतिक और आवश्यक भाग है, यह हमको उर्जा प्रदान करती है, जो कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक है। गहरी व सही मात्रा में ली गई नींद हमारे मन व शरीर को संपूर्ण विश्राम देती है जिससे हम को शारीरिक ताजगी मिलती है और हम ऊर्जावान तथा प्रसन्न हो जाते हैं। जितना हमारे शरीर के लिए भोजन, जल आवश्यक है उतना ही हमारे शरीर के लिए नींद भी आवश्यक है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति के अनुसार लोगों की खराब जीवनचर्या, अनियमित दिनचर्या अत्यधिक स्क्रीनटाइम गतिविधियों से दूरी बनाने के कारण लोगो की सेहत पर इसके दुष्परिणाम देखने को मिलते है, नींद की कमी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर काफी नकारात्मक असर डाल सकती है इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं कि हर उम्र के लोगों को पर्याप्त नींद जरूर लेना चाहिए।
रिसर्च के अनुसार जिन लोगों को १० साल से अनिद्रा की शिकायत है, उन्हें हृदय रोग, डायबिटीज, डिप्रेशन और शारीरिक कमजोरी की बहुत शिकायत है। जो लोग दिन में बार-बार झपकी लेते हैं उनमें डायबिटीज, कैंसर और कमजोरी का खतरा बढ़ सकता है। आयुर्वेद नींद को जीवन की मूल प्रवृत्ति के रूप में वर्णित करता है, जो सभी के लिए बहुत जरूरी होता है। हमें अपने शरीर और मन को शांत करने लिए अच्छी नींद लेना जरूरी होता है, आयुर्वेद के अनुसार हमें ७-८ घंटों की नींद लेना चाहिए, अच्छी नींद लेने के लिए बिस्तर पर सेल फोन का उपयोग न करना, रोजाना योग और व्यायाम करना और कैफीन का सेवन ना करना जैसी प्रैक्टिस की आवश्यकता है।
अथर्व प्रणव श्रोत्रिय
इंदौर, ग्वालियर
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