Hindi Poerty | Woman Story | Poetry on Woman | हर मां की कहानी
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं जो रुलाता है माँ को हर उस शस्क को कहती है कैसे माँ ने तेरे लिए सारे दर्द सहे हैं
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं
जो रुलाता है माँ को हर उस शस्क को कहती है
कैसे माँ ने तेरे लिए सारे दर्द सहे हैं
ये कहानी उस माँ के समर्पण को कहती है
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं
बीते दिनो के भवर को कहती है
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं
माँ के हृदय में समाहित है हर देव देवी
ये उन देवियो के चरण को कहती है
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं
माँ जो रो दे तो जो आए उस प्रलय को कहती हैं
तो सोचो ये कैसे- कैसे समय को कहती हैं
कई घरो में नजर आ रहा माँ से सुना जो आगन
ये भाव उन स्वार्थी बेटो के जहन को कहती हैं
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं
माँ बड़ी देर से एक बात कहती हैं
देव से अपने बस प्रार्थना कहती हैं
बुला ले भले उसे अपने पास ही लेकिन
सुखी रहे जहा रहे उसकी औलाद कहती हैं
माँ का हृदय देखो कितना विशाल है जी
जो इस बात को यू सरल से कहती है
ये कहानी जुबानी माँ के कष्ट को कहती हैं
शिवेश मिश्र
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