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संत साहित्य और मानव कल्याण

'संत ' शब्द का प्रयोग भारतीय साहित्य में प्राचीनकाल से प्रयुक्त होता आया है। इस ...

मीरा और कृष्ण भक्ति

विवाह के समय फेरों मैं वह कृष्ण की मूर्ति को अपने वक्ष से लगाये रहीं थीं. मीरा ...

कृष्ण महामंत्र और कीर्तन के आविष्कारक चैतन्य महाप्रभु

बंगाल में राधा-कृष्ण उपासना विख्यात कवि संगीतज्ञ जयदेव द्वारा चैतन्य के उदय से क...

निर्गुण भक्ति के कवि - कबीर

काव्य धारा की एक शाखा को संत काव्य धारा कहा जाता है। कबीर दास भक्ति काल की 'संत ...

तुलसी और सूर और उनकी काव्य परंपरा

हिंदी साहित्य के शलाका पुरुष के रूप में हम तुलसीदास और सूरदास जी को याद करते हैं...

कवि रहीम

युद्धवीर और दानवीर थे तीव्र बुद्धि बलवान

कबीर की विचार चेतना और प्रासंगिकता

कबीर अद्भुत मिजाज के थे एकदम निर्भीक और चौबीस घण्टे जगे रहने और दूसरों को जगाए र...

संत सहजोबाई की भक्ति साधना

रामानंद के 12 शिष्यों में जिसमें कबीर प्रमुख थे, ने भक्ति आंदोलन को व्यापकता प्र...

भक्त कवि विद्यापति और उनका काव्य संसार

"मोर पिया सखि गेल दूरी देश। जौवन दए भेल साल सनेस।। मास असाढ़ उनत नव मेघ। पि...

कबीरदास की निर्गुण परम्परा

"संत शब्द उस व्यक्ति की ओर संकेत करता है जिसने सत रूप परम तत्व का अनुभव कर लिया ...

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर

यह मंदिर भारत के पंजाब प्रांत के अमृतसर शहर मे स्थित है।यह गुरुद्वारा सिख धर्माव...

कबीर की विचार चेतना और प्रासंगिकता

कबीर भले ही अनपढ़ थे, फिर भी उनके उपदेश, उनका विचार अज के समाज में भी प्रासंगिक ह...

वसुंधरा पुष्कर

हे परमपिता! निराकार हो, कण कण में समाए रहते हो हर पत्ते- बूटे में तुम ही तुम द...

मोरपंख के प्रति श्री कृष्ण की प्रीत

‘मोर’ सभी पक्षियों में सुन्दरतम् पक्षी के रूप में धरा पर प्रेम वर्षा की पुकार लि...

संत और साहित्य

संत कवियों में कबीर, नामदेव, नानक, धर्मदास, रज्जब, मलूकदास, दादूदयाल, सुन्दरदास,...

भारतीय साहित्य और संत परंपरा

वेदों की संख्‍या 4 है – ऋग्‍वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद। इन वेदों के 4 उप...