आलेख

सही शिक्षा से जागृति लाकर अंधविश्वास मिटाये

ढोंगी एवं पाखंडी लोग जादू-टोने के नाम पर जनसामान्य को बेवकूफ बनाते है। इसके लिए ...

मां भारती पुकारती

राष्ट्रभाषा हिंदी की गौरवशाली' समृद्ध परंपरा को - ' भारत के स्वतंत्रता दिवस की 7...

सिनेमा का 'प्रेम' और साहित्य का 'चंद'

शिक्षक की नौकरी में प्रगति होती रही। पर घर में गुस्सैल पत्नी और सौतेली मां के सा...

सूद के रूपये

सीताराम बाबू के यहां 25 वर्ष की लड़की है लेकिन किसी को बुरा नहीं लगता । कोई उनसे...

अनुराधा : कैसे दिन बीतें, कैसे बीती रतियां, पिया जाने न...

अंग्रेजी-फ्रेंच साहित्य का सबसे उत्कृष्ट उपन्यास का जिसे खिताब मिला है, उस 'मैडम...

जिसे देवी रुक्मणी कहा जा रहा क्या वह अंबिका प्रतिमा है?

इस प्रतिमा को रुक्मणी प्रतिमा और अंबिका मंदिर को रुक्मणी मठ बताया जा रहा है। कुण...

भाभी की सूझबूझ

जाड़े के दिन धीरे - धीरे जा रहे थे और सूरज दादा अपना तेवर दिखाना शुरू कर रहे थे। ...

रुधिर

अंदर का नज़ारा देखते ही, हर व्यक्ति की यही इच्छा होती की बस जीवन इसी घर में कटे, ...

द्वार खुले हैं

उदास बुढिया घर लौट गयी । बेमन से ही सही पर उसने मन लगा कर शासकीय भाषा सीखी । और ...

साहित्यिक yatra

मनिहारी मेरी जन्म भूमि तो नहीं है, लेकिन कर्म भूमि जरूर है ! साहित्यिक पुष्प मेर...

रुपए पैसे के रिश्ते

बेटी को भरोसा था कि मैं उसकी कही बात टालूँगा नहीं। जैसे जैसे भरोसे की अवधी बढ़ती...

फूल चोर

उनकी इस आदत से सब लोग बड़े परेशान थे। अलका ने घर की दीवार से लगाकर खूब सारे गुला...

दामिनी : अन्याय के अंधकार पर गिरी बिजली

चोपड़ा के ही छोटे भाई यश चोपड़ा ने 1965 में 'वक्त' नाम की फिल्म बनाई थी। फिल्म ...

ज़िंदगीनामा

रोहित का छोटा भाई राहुल बी टेक कर  अच्छी जॉब कर रहा था । जब उसकी शादी की बात आई ...

यादों के टुकड़े

थोड़ा आगे बढ़ी तो  शिशिर से पहली मुलाकात का वाक्या सामने आ गया। उन्हें देखकर वाय...

मां की ममता

मां की दी हुई शिक्षा आज समझ में आती है वह कहती थी जहां जाओ अपने व्यवहार से दूसरो...