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भेड़चाल

कविता - आज के युग में एक दूसरे की देखा देखी चलने वाले हम लोगों को , जो अपने इसी ...

विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान

भारतीय महलाओं की विज्ञान के क्षेत्र की यह अतिमहत्वपूर्ण यात्रा जितनी भी कठिनाइयो...

दोषी तुम नहीं थे

प्रेम मेरे हिस्से उतना ही आया जितना जाल में फंसी मछली के हिस्से जीवन

तीज त्योहार और उत्सव में होली के विविध स्वरूप

फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन इसका शुभारंभ होता है। भोजपुरी में इसे ताल ठोंकना ...

राम कृष्ण तत्त्व के शक्ति पुंज

धर्मशास्त्र कहता है कि पिछला जन्म दुराचरण से जुड़ा है, तो बीमारियां, कर्ज, बुराई...

लौटना

बेटियाँ जब लौट आती हैं पीहर देखती है रूठा घर -द्वार अपना

कोई बात नहीं

इन्सान तो गलतियों का पुतला ही है, गुण-दोष का समन्वित स्वरुप, जुदा–जुदा ख़्यालों ...

सृजनकारी है वनिता

सहना मत अन्याय को, इससे बड़ा न पाप। लो अपना अधिकार तुम, छोड़ो अपनी छाप ।

समान भूमि (विदेश में भारतीय स्त्री)

ठोकरें खाती है, चोट लगती है, चाल धीमी हो जाती है, अपनी पसंद के किसी भी काम के लि...

मैं हूँ शिवयोगिनी अहिल्याबाई होलकर

सासू माँ के न रहने से बाबा साहेब का मनोबल और टूट गया फिरभी हिम्मत जुटाकर उन्हो...

अब न कुछ आस ना ही अंकुरण

प्रेम और अनुराग से सिक्त था हृदय जो  अब   हमारे  दिल  से  उठती  वेदना है| 

पटरियाँ

'तुम्हारे पिता ने तो मुंबई में फ्लैट देने का वायदा किया था !’ पिता जी से सारी बा...

मेरी पहचान

इस समाज की खातिर अबला,  होती है बदनाम भला क्यों ? 

ब्रजक्षेत्र में फाल्गुन माह और होली का उल्लास

ईश्वर द्वारा होली का त्यौहार मनाने के लिए वसंत ऋतु को चुना गया, जब प्रकृति पूर्ण...

बिजनेस पार्टनर

अकेलेपन से ऊबकर उसने एक दो स्कूलों में भी आवेदन किया मगर इन्टरव्यू में कुछ ज्याद...

मैत्रेयी पुष्पा के उपन्यासों में स्त्री-जीवन के चित्र

अपनी रचनाओं में स्त्री को आधार बनाकर लिखने वाली मैत्रेयी पुष्पा कहानी, उपन्यास औ...