Posts

हरदिल अजीज शायर : फ़िराक़

फ़िराक़ गोरखपुरी का असल नाम रघुपति सहाय था। वो २८ अगस्त १८९६ ई. में गोरखपुर में पै...

अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' - जनकल्याण को समर्पित कवि

उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ़ के, काली मिट्टी के पात्र बनाने के लिए प्रसिद्द गाँव, ...

केदारनाथ सिंह - आधुनिक हिन्दी कविता के प्रमुख हस्ताक्षर

अंत में न जाने क्या आया जी में/ कि मैंने एक अजब-सी पीड़ा से/ उस तरफ़ देखा/ जिधर बै...

फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ आंचलिकता के अद्वितीय शिल्पी

मैला आँचल लिखा और उसके भीतर का टाइटल छपने जा रहा था तब मैंने मैला आँचल और नीचे ल...

महादेवी वर्मा-आधुनिक युग की मीरा

छायावाद काल के स्वर्णिम साहित्य को हिन्दी साहित्य में सबसे ऊपर जगह मिली, सुमित्र...

कलम का क्रांतिकारी : गणेश शंकर विद्यार्थी !

१९०५ ई. में भेलसा से अंग्रेजी से एंट्रेंस परीक्षा पास करके आगे की पढ़ाई के लिए इल...

आस्था का पर्व नवरात्र...

७. कालरात्रि- `एक वेणी जपकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्टी कर्णिका कणी तैलाभ...

मेरी देश विदेश यात्राएँ

ज्यादा देर वे पानी में नहीं रहीं।थोड़े देर पानी में एक दूसरे पर पानी के छींटे उड़ा...

खान अब्दुल गफ्फार खान

ख़ान अब्दुल ग़़फ्फ़ार ख़ान (१८९० - २० जनवरी १९८८) सीमाप्रांत और बलूचिस्तान के एक म...

शिव और शिवलिंग का आध्यात्मिक अर्थ

शिव सृष्टि का आधार है, जीवन में जहां भी सत्य है वही शिव है। संपूर्ण विषमताओं को ...

निशुल्क कानूनी सहायता

भारत का संविधान अपने सभी नागरिकों के लिए धर्म, लिंग, जाति आदि के दायरों से ऊपर उ...

लक्षद्वीप - मेरी नजर में

लक्षद्वीप हमारे देश के दक्षिण पश्चिम तट से २००से ४००कि.मी. दूर अरब सागर में स्थि...

प्रयोगशाला से प्रेम पत्र

जिस तरह पेड़ से गिरते हुए सेब को देखकर न्यूटन को कालजयी विचार सूझे थे उसी तरह कंध...

बसंत उत्सव

ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार सरस्वती ने जब श्रीकृष्ण को देखा तो उनके रूप पर इस क...

बाबा की बिटिया

ज़िंदगी में जब मुश्किलें आती हैं तो न जाने कितने इम्तिहान देने पड़ते हैं। उस पर हम...