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पलायन

ये बंजर ज़मीनें, ये खण्डर मकां, राहों को तकते, ये जर्जर मकां,

महादेवी वर्मा के काव्य में विरह और वेदना

हिंदी साहित्य में महादेवी वर्मा का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। महादेवी जी छायावा...

पढ़िए प्रफुल्ल प्रभाकर जी की लिखी कहानी 'शोधपत्र'

मस्तिष्क पर जोर डाल सोचता हूँ कहां देखा है। पास टेबल पर नजर जाती है ‘द समिंग अप’...

हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल

मात्र २८ वर्ष और २४ वर्ष के अल्पतम जीवन में से भी ८ से अधिक वर्ष तत्कालीन समय मे...

मां शक्ति का नवरात्र पूजन (आश्विन मास के शारदीय नवरात्रे)

मां शक्ति के नवरात्र पूजन चार प्रकार के नवरात्रों के रूप में किया जाता है। इन चा...

भारतीय स्वातंत्रय आंदोलन में गणेशोत्सव

चतुर्भुज गणेश प्रतिमा के हाथों में परशु, त्रिशूल मोदक व कमल वर्णित होते हैं। पुर...

मानवीय मूल्यों की रचयिता सुभद्रा कुमारी चौहान

जमीदार परिवार में जन्मी सुभद्रा कुमारी चौहान ने कक्षा ८ तक शिक्षा ग्रहण की तभी उ...

हिन्दी प्रेमी

अगर हिन्दी नहीं बोलेंगे हम हिन्दोस्ताँ वाले,  तो फिर सोचें कि क्या सोचेंगे ये स...

ओणम्

जब राजा महाबली इन्द्र से अपने सबसे शक्तिशाली शस्त्र को बचाने के लिए नर्मदा नदी क...

हिन्दी की महिमा बढ़े

हिन्दी की महिमा बढ़े, होवे खूब प्रचार । सात समुन्दर तक जुड़ें, हिन्दी के 'गिरि' त...

ज़ीरो एफआईआर

अगर कोई अपराधी पुलिस पर किसी प्रकार का दबाव बनाता है तो पीड़ित किसी दूसरे क्षेत्र...

हिन्दी दिवस

हिंदी तो सिरमौर है भाषाओं की प्राण।

हिन्दी साहित्य का वैज्ञानिक दृष्टिकोण

याद रखिए! हिंदी साहित्य को ठोस आधार, उसके वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ही प्राप्त हो स...

सृजन के अमर शिल्पी : आचार्य देवेन्द्र देव

भारतीय इतिहास में दिवेर घाटी की अधिक चर्चा नहीं हुई. परंतु इस महाकाव्य ने महाराण...

इगोर स्पास्की : सबमरीन डिजाइन के सुनहरे दिनों का अंत

रूस की तीन सबमरीन डिजाइन के मुख्य केंद्रों में से दो सेंटर सेंट पीटर्सबर्ग से आत...

दुष्यन्त कुमार राष्ट्रचिंतन और हिंदी ग़ज़ल के पिता

हिंदी ग़ज़ल को साहित्यिक मंच पर स्थापित करने में दुष्यंत कुमार का बड़ा योगदान रहा उ...