रामायण का आत्मा प्रभु रामचंद्र है लेकिन अन्य पात्र भी हमें बहुत कुछ देते है। वाल...
'संत ' शब्द का प्रयोग भारतीय साहित्य में प्राचीनकाल से प्रयुक्त होता आया है। इस ...
विवाह के समय फेरों मैं वह कृष्ण की मूर्ति को अपने वक्ष से लगाये रहीं थीं. मीरा ...
बंगाल में राधा-कृष्ण उपासना विख्यात कवि संगीतज्ञ जयदेव द्वारा चैतन्य के उदय से क...
कबीर अद्भुत मिजाज के थे एकदम निर्भीक और चौबीस घण्टे जगे रहने और दूसरों को जगाए र...
"मोर पिया सखि गेल दूरी देश। जौवन दए भेल साल सनेस।। मास असाढ़ उनत नव मेघ। पि...
कबीर भले ही अनपढ़ थे, फिर भी उनके उपदेश, उनका विचार अज के समाज में भी प्रासंगिक ह...
वेदों की संख्या 4 है – ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद। इन वेदों के 4 उप...
संत साहित्य के अंदर रहस्यवाद एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रहस्यवाद का प्रभाव ...
जायसी एक भावुक, सहृदय और संवेदनशील भक्त कवि थे। उनके लिखे ग्रंथों में ‘पद्मावत’,...
सने कोयम्बटूर शहर से 30 किमी दूर स्थित ईशा फांउडेशन द्वारा निर्मित 'आदि योगी ' म...
बंगाल का कीर्तन संगीत-संस्कृति के क्षेत्र में एक अद्वितीय देन था और चैतन्य द्वार...