आलेख

त्योहारों की बढ़ती चकाचौंध में फीके होते स्वाद और संस्कार

बस दिखावा सा रह गया है दीपावली में। ऐसा लगता है कि जैसे 12th के बाद कंपटीशन की त...

बाल साहित्य

बाल साहित्य बच्चों के चरित्र निर्माण में मुख्य भूमिका निभाती है । बच्चे अपने आस-...

संतान की सुख समृद्धि का व्रत है अहोई अष्टमी

वचन से फिरूं तो धोबी के कुंड पर जा कर मरू। तब साहूकार की बहू बोली कि मेरी कोख तो...

त्योहारों का व्यवसायीकरण -वैश्वीकरण से उपजी विकट विपदा

त्योहारों के व्यवसायीकरण ने अरबों रूपये का व्यापार करने वाले बाज़ार को तो लाभ से ...

कुछ पाकर, सब कुछ क्यों खोना

नया साल नए-नए हादसों का साल बन जाता हैं। सुबह तक कई तरह की वारदात को अंजाम दे दि...

सर्दियां और सूप

टमाटर सूप में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं, जो कि कैंसर की संभावना को क...

सर्दियों में स्वास्थ्य

एक या दो लौंग ऊपर का फूल हटा दें, अगर संभव हो तो थोड़ी सी गेंहू के आटे की भूसी भी...

प्रकृति में सौन्दर्य की छठा बिखेरती वसंत पंचमी

इन दिनो में हमारे बड़े बुजुर्ग मिठास के पकवान बनाते हैं। आज वह लजीज मिठास कहां र...

भारतीय संविधान पर खतरा

हमारी माँ- बहन अब बाहर निकलने से भी डर रहीं हैं। मेरे यह लेख लिखने का मतलब यह है...

कोचिंग की कक्षाओं में क़ैद कच्चे ख्वाब: आधुनिक शिक्षा क...

आजकल सोशल मीडिया पर रिजल्टों की मार्कशीटों की बरसात हो रही है, हर बच्चे के नब्बे...

वो पागल आदमी

सुबह सुबह दिसंबर महीने की ठण्ड कलेजा कंपा रही थी। बिना आग के मानो खून बर्फ कि तर...

विश्व की भाषा बनने को अग्रसर हमारी हिंदी

भारतीय संस्कृति का मूलमंत्र विश्वबंधुत्व एवं वसुधैवकुटुम्बुकम् है. विभिन्न देशों...

विलुप्त होती टेसू की परंपरा

भारतीय संस्कृति बहुत ही समृद्ध संस्कृति है जो, अनेक प्रकार के त्योहार, उत्सव, पर...

हिंदी काव्य में कृष्ण जन्म के हेतु: एक अध्ययन

कृष्ण जन्म का चित्रण हिंदी काव्य में एक आकर्षक पहलू है, जहां भगवान की अद्वितीयता...

साहित्य और सिनेमा

हिंदी सिनेमा कला के तादात्म्य की एक बेमिसाल कहानी है। दुनिया के किसी भी देश के स...

महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार

बहुत लोगों के मुख से मैं यह प्रश्न सुनती हूँ कि महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार का जिम्...