इनके पिता का नाम सैयद फतेह हुसैन रिजवी और माता का नाम हफीजुन्निसा था। कैफी के अन...
पंत जी को प्रकृति के उपासक और प्रकृति की सुंदरता का वर्णन करने वाले कवि के रूप म...
पाश विशाल हिन्दी समाज में गैर हिन्दी भाषाओं के सर्वाधिक सर्वप्रिय कवि हैं।' हिन...
प्रयोगवाद जैसा कि नाम से स्पष्ट है नवीन प्रयोगों पर आधारित एक साहित्यिक आंदोलन ह...
।१८२४ ई में उनके परिवार ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया।मार्क्स के पिता एक वकील थे।...
प्रयोगवाद हिंदी साहित्य में एक ऐसा आंदोलन था, जिसमें नए प्रयोगों को स्थान दिया ग...
फ़िराक़ गोरखपुरी का असल नाम रघुपति सहाय था। वो २८ अगस्त १८९६ ई. में गोरखपुर में पै...
उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ़ के, काली मिट्टी के पात्र बनाने के लिए प्रसिद्द गाँव, ...
अंत में न जाने क्या आया जी में/ कि मैंने एक अजब-सी पीड़ा से/ उस तरफ़ देखा/ जिधर बै...
मैला आँचल लिखा और उसके भीतर का टाइटल छपने जा रहा था तब मैंने मैला आँचल और नीचे ल...
छायावाद काल के स्वर्णिम साहित्य को हिन्दी साहित्य में सबसे ऊपर जगह मिली, सुमित्र...
१९०५ ई. में भेलसा से अंग्रेजी से एंट्रेंस परीक्षा पास करके आगे की पढ़ाई के लिए इल...
ख़ान अब्दुल ग़़फ्फ़ार ख़ान (१८९० - २० जनवरी १९८८) सीमाप्रांत और बलूचिस्तान के एक म...
उस्ताद अमीर खां कहते थे कि `गाना वो है जो रूह सुने और रूह सुनाए।' संगीत का ऐसा ह...
नौ साल की उम्र में स्कूल भेजे जाने का उनका सौभाग्य अल्पकालिक था क्योंकि उनके पित...