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माँ अब बूढ़ी होने लगी हैं...

पिताजी की हठ पर अब माँ खीझ जाती हैं... काम करते-करते अब कई बार झीक जाती हैं...

मां

ममता मीठी खांड सी। ममता है अंबार ।

गर्भनाल या प्लेसेंटा

भिन्न-भिन्न प्रकार की मायें माँ प्रकृति के वृक्षस्थल पर

अभी जिंदा हूं मैं 

उस समय बदली-बहाली का जोर था । धारा (9.4.0) अर्थात कंपनी का एक ऐसा प्रावधान, जिसक...

मां भारती पुकारती

राष्ट्रभाषा हिंदी की गौरवशाली' समृद्ध परंपरा को - ' भारत के स्वतंत्रता दिवस की 7...

सिनेमा का 'प्रेम' और साहित्य का 'चंद'

शिक्षक की नौकरी में प्रगति होती रही। पर घर में गुस्सैल पत्नी और सौतेली मां के सा...

भोजन की कीमत

स्वाद  लेकर खा  रहा  रेस्त्रां में नौजवान, नज़रे उस पर टिकी शायद हो मेहरबान।

जिंदगी की कश्मकश

सुर  सुरा  सुंदरी  से महक  रही थी जिंदगी 

पुरानी किताबें और स्मृतियां

दायित्वों के बोझ तले, इक अरसा हुआ बिना मिले। घनिष्ठ मित्रता थी जिनसे, दायित्व...

सूद के रूपये

सीताराम बाबू के यहां 25 वर्ष की लड़की है लेकिन किसी को बुरा नहीं लगता । कोई उनसे...

मैं भारत हूं

मैं भारत हूं, मैं भारत हूं ,मैं भारत हूं , भारतीय सभ्यता संस्कृति की मैं विरासत...

बारिश जैसी है तुम्हारी याद

बिजली की चमक से  कौंध उठता है अतीत।

यमुना की कराह

किनारे लगी सीढ़ियों को बहुत दूर छोड़कर  यमुना ने बना लिया है अपनी मझधार को किन...

कहा क्यों नहीं?

अपने शरीर से थोड़ी दूर खड़ी हो कह रही थी खुद से जो किया सही किया माँ-बाबा का मा...

वेदना- सुजल

मानवता का शर्मनाक दृश्य  बचपन नालियाँ करता साफ कैसा होगा इनका भविष्य। ये नियत...

अनुराधा : कैसे दिन बीतें, कैसे बीती रतियां, पिया जाने न...

अंग्रेजी-फ्रेंच साहित्य का सबसे उत्कृष्ट उपन्यास का जिसे खिताब मिला है, उस 'मैडम...