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नारी

नारी दुर्गा रूप को ,अबला कहे समाज। पहना कर फिर बेड़ियां,निर्बल करता आज ।

नारी की चमक

एशियाई देशों के मनोदृष्टि के आधार पर ऐसा होता है। कुछ महिलाएं शादी के बाद परिवा...

श्रीमती रेखा राजवंशी और उनकी कहानियाँ

प्रस्तुत कहानी-संग्रह-‘ऑस्ट्रेलिया से रेखा राजवंशी की कहानियाँ ‘ उन्होंने मुझे स...

नारी की परिभाषा

सीखो जीना अब समाज तुम एक काबिल नारी के संग

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का प्रारंभ और औचित्य

अंतरराष्ट्रीय बनाने का ख़याल सबसे पहले क्लारा ज़ेटकिन नाम की एक महिला के ज़हन मे...

महिला कथाकारों द्वारा नए रास्ते की तलाश

भारतीय मूल की इसरा नोमानी अपने चुटीले लेखन के लिये प्रख्यात है। उसकी लिखी किताब ...

भेड़चाल

कविता - आज के युग में एक दूसरे की देखा देखी चलने वाले हम लोगों को , जो अपने इसी ...

विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान

भारतीय महलाओं की विज्ञान के क्षेत्र की यह अतिमहत्वपूर्ण यात्रा जितनी भी कठिनाइयो...

दोषी तुम नहीं थे

प्रेम मेरे हिस्से उतना ही आया जितना जाल में फंसी मछली के हिस्से जीवन

तीज त्योहार और उत्सव में होली के विविध स्वरूप

फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन इसका शुभारंभ होता है। भोजपुरी में इसे ताल ठोंकना ...

राम कृष्ण तत्त्व के शक्ति पुंज

धर्मशास्त्र कहता है कि पिछला जन्म दुराचरण से जुड़ा है, तो बीमारियां, कर्ज, बुराई...

लौटना

बेटियाँ जब लौट आती हैं पीहर देखती है रूठा घर -द्वार अपना

कोई बात नहीं

इन्सान तो गलतियों का पुतला ही है, गुण-दोष का समन्वित स्वरुप, जुदा–जुदा ख़्यालों ...

सृजनकारी है वनिता

सहना मत अन्याय को, इससे बड़ा न पाप। लो अपना अधिकार तुम, छोड़ो अपनी छाप ।

समान भूमि (विदेश में भारतीय स्त्री)

ठोकरें खाती है, चोट लगती है, चाल धीमी हो जाती है, अपनी पसंद के किसी भी काम के लि...

मैं हूँ शिवयोगिनी अहिल्याबाई होलकर

सासू माँ के न रहने से बाबा साहेब का मनोबल और टूट गया फिरभी हिम्मत जुटाकर उन्हो...