कविता

उम्मीद की एक किरण

कहीं से नजर आती उम्मीद की एक किरण हर परिस्थिति से टकराने की हिम्मत है परिस्थित...

शिव वंदना

जय हो देवों के देव, प्रणाम तुम्हे है महादेव। हाथ में डमरू, कंठ भुजंगा, प्रणाम...

भ्रमित युवा

हम किस बात की आज़ादी चाहते हैं... पतंग जैसी या पतंगे जैसी जिसमें सिर्फ़ एक मात्र...

जनसंख्या नियंत्रण

प्रकृति ने दिया जिसे सबसे ज्यादा प्यार, वही कोशिश कर रहा उसकी करने हार,

जो कारगिल में शहीद हुए

अरे ओ देश के हुक्मरानों, जरा अपने होश को संभालो।

कान्हा की मुरली

इक दिन इक मुरली वाला मुरली बेचन गोकुल आया मुरली की मीठी धुन सुनकर कान्हा का ज...

धुंआ धुंआ

धुंआ धुंआ जंगल जंगल, धुंआ धुंआ धरती अम्बर,

मानसून आया...

मानसून आया  धरा हर्षाई पेड़ों ने श्रृंगार पाया पहाड़ों पर रंगत छाई ।

सावन तीज पर कह मुकरियां

जब देखो तब पीछा करता शक्ल सांवली मुझपर मरता। प्रेम सुधा बरसाता पागल, का सखि स...

दस्तक

चलो झंझोड़ के जगा दें सोये शहर को

दिल के तख्त

नाज है तुझ पर ए निंदा करने वाले..  तेरी निंदा की गिनती में अहसानो में रखती हूं। 

मातृशक्ति

तृशक्ति के ज्योत पुंज को। प्रेम भाव वंदन करना है।

Hindi Poetry | आदमी को देता पहचान

आदमी को देता पहचान हृदय जिस पर लुटाता प्राण इसके बिन बदल जाता वेश का सखि साजन...

Hindi Poetry | मैं कौन हूं?

जन्म से मृत्यु तक आशाओं को ढोता,  पूर्वनिश्चित रास्तों पर बेहोशी में लुढ़कता

Hindi Poetry | पेड़ प्रतिष्ठा

इसमें भी है जीव, जीव को व्यथा न बांटो । पूज्यनीय हैं पेड़, पेड़ को कभी न काटो ।।

Hindi Poetry | हद

पौधों पत्तो फूलों को लगाया था मैंने आंगन बगिया को सजाया था मैंने