स्वतंत्रता सेनानी

कहानी

कविता

आलेख

मां भारती पुकारती

राष्ट्रभाषा हिंदी की गौरवशाली' समृद्ध परंपरा को - ' भारत के स्वतंत्रता दिवस की 7...

सिनेमा का 'प्रेम' और साहित्य का 'चंद'

शिक्षक की नौकरी में प्रगति होती रही। पर घर में गुस्सैल पत्नी और सौतेली मां के सा...

सूद के रूपये

सीताराम बाबू के यहां 25 वर्ष की लड़की है लेकिन किसी को बुरा नहीं लगता । कोई उनसे...

शख्सियत

जनकवि नागार्जुन

नागार्जुन कबीर और निराला  की श्रेणी के अक्खड़ और फक्कड़ कवि थे ।वे खुद की बनाई र...

खोपड़ी पर पड़े हथौड़े की तरह  जगाने वाला साहित्यकार  मंटो

साहित्यकार  संकल्प ठाकुर  लिखते हैं कि " किसी बात  को कहने में  लिहाज  नहीं रखने...

फिराक गोरखपुरी"

साहित्यकार का जन्म और उसकी मृत्यु,उसके माता पिता,देश काल सबकुछ जैसे उसकी प्रतिबद...

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कविता

शीर्षक (मानवता)

शीर्षक (मानवता) (सचिन कुमार सोनकर)

कविता

शब्द और वाक्य

खो जाना चाहती हूं मैं किसी किताब के पन्नों के बीच

कविता

प्यारी मां

तेरी इस अलौकिक छवि के पीछे छुपे हैं सैंकड़ों त्याग जिन्हें चाहे अनचाहे तूने ब...

कविता

अनमोल दीपक

अपने जीवन काल में मैंने कभी ऐसा  नहीं देखा है कि बारहों महीने में किसी दिन तु...

कविता

माँ अब बूढ़ी होने लगी हैं...

पिताजी की हठ पर अब माँ खीझ जाती हैं... काम करते-करते अब कई बार झीक जाती हैं...

कविता

मां

ममता मीठी खांड सी। ममता है अंबार ।

कविता

गर्भनाल या प्लेसेंटा

भिन्न-भिन्न प्रकार की मायें माँ प्रकृति के वृक्षस्थल पर

कहानी

अभी जिंदा हूं मैं 

उस समय बदली-बहाली का जोर था । धारा (9.4.0) अर्थात कंपनी का एक ऐसा प्रावधान, जिसक...

आलेख

मां भारती पुकारती

राष्ट्रभाषा हिंदी की गौरवशाली' समृद्ध परंपरा को - ' भारत के स्वतंत्रता दिवस की 7...

आलेख

सिनेमा का 'प्रेम' और साहित्य का 'चंद'

शिक्षक की नौकरी में प्रगति होती रही। पर घर में गुस्सैल पत्नी और सौतेली मां के सा...

कविता

भोजन की कीमत

स्वाद  लेकर खा  रहा  रेस्त्रां में नौजवान, नज़रे उस पर टिकी शायद हो मेहरबान।

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