स्व-निर्मित आदालत को किसने दिए है ये अधिकार ।
बिना साक्ष ,अफवाहों के बल, कर दिए है नरसंहार !!
अपराधी के अंग भंग कर देने का ये अधिकार !
भीडतंत्र के इस भयावह रूप देने का अधिकार!!
स्व-निर्मित अदालत को किसने दिए हैं ये अधिकार ..
उपद्रवी तत्वों ने समाज को दे दिए हैं लिंचिस्तान
बिना साक्ष , अफवाहों के बल , कर दिए है नरसंहार !
एक छोटी सी प्रयास
साहब कुमार
मोतिहारी (बिहार)